जयपुर. योग महोत्सव के तहत जयपुर ने रविवार को विश्व कीर्तिमान बनाने का आगाज किया. करीब 48 योग संस्थांए साथ मिलकर लगातार 1500 मिनट योग करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगी. भट्टारक जी की नसिया स्थित इंद्रलोक सभागार में 17 जून तक योग साधक, योग प्रशिक्षक और योगाचार्य सूर्य नमस्कार सहित विभिन्न तरह के योगाभ्यास करेंगे.
जयपुर में 10 जून से ग्रेटर नगर निगम ने जिस जयपुर योग महोत्सव की शुरुआत की उसी तहत सातवें दिन रविवार को जयपुर के योग साधक विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए जुटे. इंद्रलोक सभागार में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रों ने हैरतअंगेज योग का प्रदर्शन करते हुए योग साधकों और कार्यक्रम में मौजूद लोगों में उत्साह का संचार किया. इस दौरान योग साधकों का उत्साहवर्धन करने के लिए उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा भी मौजूद रहे. यहां उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने महापौर सौम्या गुर्जर को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने ये पहल करते हुए एक लक्ष्य रखा और 1500 मिनट योगाभ्यास कार्यक्रम किया निश्चित रूप से इससे समाज में एक संदेश जाएगा और योग के प्रति लोगों की जागृति बढ़ेगी. ये कार्यक्रम कई संस्थाएं मिलकर के कर रही हैं. पीएम नरेंद्र मोदी का भी यही विजन है कि सभी अपनी प्राचीन परंपराओं को अपनाकर स्वस्थ और सुरक्षित रहें.
वहीं झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि योग विद्या हमारे भारत की एक पुरातन विद्या है. जिसे हमारे महान मनीषियों ने सैकड़ों-हजारों वर्ष शोध के बाद आविष्कार कर दुनिया के सामने रखा था और आज भौतिक युग के इस चकाचौंध भरी जिंदगी में जब अधिकांश नागरिक किसी न किसी तरह की शारीरिक व्याधि से ग्रस्त है, उन व्याधियों से छुटकारा पाने का सबसे सरल और सहज उपाय योगाभ्यास है. आज विश्व कीर्तिमान बनने का आगाज हुआ है. उससे उम्मीद करते हैं जयपुरवासी ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेशवासी योग के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को बढ़ावा देने का काम करेंगे.
वहीं, जयपुर की नवनिर्वाचित सांसद मंजू शर्मा ने कहा कि जयपुर और जयपुर वासियों के लिए बड़ी गौरव की बात है कि एक कीर्तिमान बनाने जा रहे हैं. इसका श्रेय ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर और पार्टी कार्यकर्ताओं को जाता है. और उन सभी संस्थाओं को भी साधुवाद, जो इस योग अभ्यास में भाग ले रही हैं.
वहीं, इस कार्यक्रम की मुख्य सूत्रधार रही सौम्या गुर्जर ने कहा कि योग ही हमारा ज्ञान, संस्कार, संस्कृति है जिसे पूरे विश्व में अंगीकार किया है. योग की ही ताकत है कि आज भारत विकसित भारत बनने जा रहा है, महिलाओं को बढ़ावा मिल रहा है, देश की अर्थव्यवस्था पांचवे पायदान से तीसरे पायदान पर पहुंचने की ओर अग्रसर है. अब जयपुर वासियों की मदद से एक कीर्तिमान बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि योग का काम ही जोड़ना होता है. योग अनुशासन का नाम है. ऐसे में अनुशासित शहर वासी अपने शहर का और शहर की स्वच्छता का ध्यान रखते हैं और जब शहर वासियों का स्वास्थ्य अच्छा होगा तो वो अपने शहर को स्वच्छ भी करेंगे.