हरिद्वारः उत्तराखंड में डेमोग्राफिक चेंज, धर्मांतरण समेत लव जिहाद जैसे मामलों को लेकर मुख्यमंत्री धामी काफी गंभीर हैं. सीएम धामी ने पुलिस को विशेष अभियान चलाने के आदेश भी जारी कर दिए हैं. जिस पर हर जिले की पुलिस जिलों में वेरिफिकेशन ड्राइव चला रही है. दूसरी तरफ इस मुद्दे पर राजनेता और संत समाज से जुड़े लोग भी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. हालांकि, सरकार भी मुद्दे पर अपना मजबूती से पक्ष रख रही है.
संतों ने जताई चिंता: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी का कहना है कि, डेमोग्राफिक चेंज एक गंभीर समस्या है. आज देश के 10 ऐसे राज्य हैं जहां हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं. इसलिए देवभूमि उत्तराखंड में ऐसी स्थिति से बचने के लिए कठोर कानून बनाए जाने चाहिए. अखाड़ा अध्यक्ष ने चारधाम के आसपास हो रही बसावट को चिंताजनक बताया है.
कांग्रेस का आरोप: वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि, इस स्थिति के लिए जिम्मेदार केवल और केवल भाजपा है. भाजपा के नेताओं ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में नदी-नालों पर कब्जा किया हुआ है. उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही वेरिफिकेशन ड्राइव पर तंज कसते हुए कहा कि जब-जब धामी डरता है, तब-तब मुस्लिम-मुस्लिम करता है.
सरकार का पक्ष: डेमोग्राफिक चेंज और वेरिफिकेशन ड्राइव प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि उत्तराखंड सरकार किसी भी हालत में प्रदेश में डेमोग्राफिक बदलाव नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के द्वारा धर्मांतरण कानून और यूसीसी विधेयक लाया है. वहीं पुलिस वेरीफिकेशन की बात भी भाजपा सरकार ही कर रही है.
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