गिरिडीह: भेलवाघाटी के डुमरीटोला व कारीपहरी गांव के बीच अरगा नदी पर बन रहे पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है. रविवार की शाम को विभाग के कार्यपालक अभियंता विनय कुमार के साथ तीन कनीय अभियंता मौके पर पहुंचे. यहां संवेदक को भी बुलाया गया. जहां टेढ़ा हुए पिलर और गडर धराशायी का निरीक्षण किया. इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए कार्यपालक अभियंता ने कहा कि यह पुल उनके कार्यकाल में शुरू नहीं हुआ था.
फिर भी प्रारम्भिक जांच में यह लग रहा है कि इसमें चूक हुई है. हालांकि चूक किस तरह की है और कहां-कहां गड़बड़ी हुई है उसकी जांच की जा रही है. इसके अलावा देवरी से भेलवाघाटी तक बने सड़क के दौरान जो भी अनियमितता की शिकायत मिली है उसकी भी जांच की जाएगी. अभी संवेदक को डीबार करने के लिए विभाग को लिखा जा रहा है. जरूरत महसूस हुई तो प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी. इधर, कार्य एजेंसी ओम नमः शिवाय कंस्ट्रक्शन के कर्मियों का कहना है कि निर्माण के दरमियान गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया गया है. उच्च गुणवत्ता वाले छड़ को लगाया गया है.
बुनियाद में भी किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि चूंकि बारिश से पहले पिलर के नीचे जमा मिट्टी के ढेर को हटाया नहीं गया था और पानी की धार तेज थी ऐसे में अचानक तेज से हुई बारिश के कारण पिलर टेढ़ा हो गया. उन्होंने आगे बताया कि पुल निर्माण करने से पहले फिर से पिलर को ढाया जाएगा और नया कंस्ट्रक्शन किया जाएगा. नदी में आयी बाढ़ के कारण उनका लाखों का सामान भी बह गया है. यहां बता दें कि शनिवार की देर शाम को बारिश के बीच भेलवाघाटी को बिहार से जोड़नेवाली पुल क्षतिग्रस्त हो गया.
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