रतलाम: जिले में राजस्व विभाग के एक बाबू पर आरोप है कि वह 15 हजार की रिश्वत ले रहा था. उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी को रंगेहाथ पकड़ा है. मामला नामली कस्बे का है, जहां पदस्थ तहसीलदार के रीडर प्रकाश पलासिया ने एक युवक से जमीन नामांतरण (ट्रांसफर) के लिए रुपये मांगे थे. दरअसल, फरियादी गणपत ने जमीन के फर्जी नामांतरण के लिए नामली टप्पा तहसील में आवेदन दिया था. नामांतरण रुकवाने के लिए आरोपी बाबू ने गणपत से 50 हजार रुपयों की मांग की थी.
जमीन ट्रांसफर करने के लिए मांगे थे पैसे
फरियादी गणपत ने आरोप लगाते हुए बताया कि "उसकी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवा कर एक शख्स फर्जी नामांतरण करवा रहा था. जिसे रोकने के लिए तहसीलदार के बाबू प्रकाश पलासिया ने 50 हजार रुपयों की मांग की थी. 40 हजार में बात तय हो गई थी. पहली बार में 5000 रुपये वह ले भी चुका था. दूसरी बार में 15 हजार रुपये लेते हुए उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ लिया."
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लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथ पकड़ा
लोकायुक्त पुलिस के जांच अधिकारी दीपक सेजवार ने बताया कि "आवेदक गणपत ने 27 दिसंबर 2024 को तहसील के बाबू द्वारा मांगे जा रहे रुपयों के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद फरियादी की शिकायत पर ऑडियो की तस्दीक कर पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया था. टीम ने आवेदक द्वारा बाबू प्रकाश पलासियो को 15 हजार रुपये लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया गया. आरोपी के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार अधिनियम के तरह एफआईआर करके पूछताछ की जा रही है."