रतलाम: पश्चिम मध्य प्रदेश में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने में रतलाम पुलिस को बीते 3 महीनों में बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने कुल 45 मामलों में 83 आरोपियों को गिरफ्तार कर 3 करोड़ से अधिक मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए हैं. रतलाम पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जब्त किए गए मादक पदार्थों में सबसे बड़ी मात्रा सिंथेटिक ड्रग एमडी की है, जो रतलाम, मंदसौर और नीमच जैसे छोटे शहरों में बेचने के लिए लाई जा रही है.
नारकोटिक्स हेल्पलाइन नंबर का अहम भूमिका
गौरतलब है कि, रतलाम सहित पश्चिम मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे एमडी ड्रग्स के नशे के कारोबार की कमर तोड़ने के लिए रतलाम पुलिस ने नारकोटिक्स हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. जिसके अच्छे परिणाम भी सामने आए हैं. पुलिस को मिली सूचनाओं के आधार पर अलग-अलग थाना क्षेत्र में की गई कार्रवाई में 45 प्रकरण दर्ज किए गए. वहीं, 3 करोड़ 30 लाख की ड्रग्स भी जब्त की गई है. जिसमें अफीम, डोडा चूरा, स्मैक और एमडी ड्रग्स शामिल है.
तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने जुटी है पुलिस
एसपी अमित कुमार ने बताया कि "बीते 3 महीनों के दौरान रतलाम पुलिस ने प्राथमिकता के साथ नारकोटिक्स की कार्रवाई की है. वहीं, अब सफेमा एक्ट के अंतर्गत नारकोटिक्स अपराधों से जुड़े अपराधियों की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई भी नए साल में की जाएगी. क्षेत्र के युवाओं को नशे में धकेलने के लिए बड़ी मात्रा में एमडी ड्रग्स की सप्लाई राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के देवलजी क्षेत्र से हो रही है. वहीं, अन्य मादक पदार्थों की तस्करी भी ट्रेन रूट के माध्यम से की जा रही है. पुलिस अवैध मादक पदार्थों के इस नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगातार जुटी हुई है."
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हेल्पलाइन पर सूचना देने वाले को उचित पुरस्कार
बहरहाल रतलाम पुलिस ने नारकोटिक्स हेल्पलाइन नंबर 7049127867 भी जारी किया हुआ है. इस पर कॉल करके आम जन अपने आसपास , शैक्षणिक संस्थान, कार्य स्थल आदि क्षेत्रों में एमडी, गांजा, चरस, अफीम और डोडा चूरा जैसे नशीले पदार्थ की खरीदने-बेचने या तस्करी किए जाने की सूचना दे सकते हैं. हेल्पलाइन पर दी गई जानकारी पर कार्रवाई होने पर सूचना देने वाले को उचित पुरस्कार भी दिया जाएगा. इस हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा.