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जगन्नाथ की शादी : भगवान जगन्नाथ ने भक्तों को दिए दूल्हा रुप में दर्शन, केंद्रीय मंत्री आरती में हुए शामिल - Lord Jagannath In Alwar

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 15, 2024, 9:44 AM IST

अलवर के भगवान जगन्नाथ मंदिर में 17 जुलाई को भगवान का विवाह किया जाएगा. भगवान जगन्नाथ अपनी बारात लेकर रुपबास स्थित रूप हरि मंदिर पहुंचेंगे, उस समय शालिग्राम जी उनकी अगवानी करेगें. रविवार शाम को शालिग्राम जी की रथ यात्रा रुपबास पहुंची. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी रविवार को मंदिर पहुंचे.

LORD JAGANNATH IN ALWAR
अलवर का भगवान जगन्नाथ मंदिर (PHOTO : ETV BHARAT)
आज इंद्र विमान में सवार होंगे भगवान जगन्नाथ (वीडियो ईटीवी भारत अलवर)

अलवर. जन जन के आराध्य भगवान जगन्नाथ ने रविवार दोपहर 12 बजे दूल्हा रुप में भक्तों को दर्शन दिए. भगवान के दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में मौजूद रहे. साथ ही केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी इस समय मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना के लिए पहुंचे. बीते 72 घंटो से भगवान जगन्नाथ गर्भ गृह में आराम कर रहे थे, जहां भगवान की अंग सेवा की जा रही थी. दोपहर में भगवान जगन्नाथ के गर्भ गृह से बाहर आने के बाद शाम को मंदिर प्रांगण से सीताराम जी (शालिग्राम ) की सवारी रूपबास स्थित रूप हरि मंदिर के लिए रवाना हुई, जहां भगवान सीताराम सोमवार देर रात भगवान जगन्नाथ की विवाह स्थल पहुंचने पर आगवानी करेंगे.

महंत पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि रविवार करीब शाम 7 बजे पुराना कटला सुभाष चौक स्थित जगन्नाथ मंदिर से करीब 8 किलोमीटर लंबी सीताराम जी की रथ यात्रा रवाना हुई. इस रथ यात्रा के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब भगवान जगन्नाथ अपनी बारात लेकर रुपबास स्थित रूप हरि मंदिर पहुंचेंगे, उस समय शालिग्राम जी उनकी अगवानी करेगें. पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि सीताराम जी की रथ यात्रा 1 दिन पहले जाने का यह कारण है कि सीताराम माता जानकी के भाई है और बहन की शादी की तैयारी को विवाह स्थल पर जाकर परखते हैं. सीताराम जी की रथ यात्रा मंदिर परिसर से रवाना होकर सराफा बाजार, त्रिपोलिया, होप सर्कस, अशोक सर्किल, भवानी तोप होते हुए रात 11:30 बजे रूप हरि मंदिर पहुंची. रथ यात्रा पूरे लवाजमे के साथ मंदिर परिसर से शुरू हुई, जिसमें विभिन्न झांकियां, बैंड व प्याऊ आदि शामिल रहे.

इसे भी पढ़ें : भगवान जगन्नाथ की निकाली रथ यात्रा, हरि नाम संकीर्तन से भक्तिमय हुआ शहर - Lord Jagannath rath yatra

दोपहर में भक्तों को हुए अपने आराध्य के दर्शन : महेंद्र पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि 72 घंटे के बाद मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अपने आराध्य ने दर्शन दिए. समय से पहले ही मंदिर प्रांगण में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई थी. सभी की निगाहें एक टक अपने आराध्य को देखने के लिए गर्भ गृह पर टिकी हुई थी. जैसे ही भगवान के पट खुले, इसके साथ ही पूरा मंदिर प्रांगण जय जगन्नाथ के जयकारों से गूंज उठा. एक ही स्वर में लगने वाले जयकारों से पूरा मंदिर प्रांगण भक्ति के रस में डूब गया.

केंद्रीय मंत्री भी हुए आरती में शामिल : जगन्नाथ मंदिर में रविवार दोपहर 12 बजे पट खुलने के बाद भगवान जगन्नाथ की आरती की गई. इस आरती में शामिल होने के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी पहुंचे. केंद्रीय मंत्री ने यहां पहुंचकर मंदिर के ध्वज की पूजा की. इसके बाद भगवान जगन्नाथ की आरती भी की. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने भगवान जगन्नाथ के आगे अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना की.

आज इंद्र विमान में सवार होंगे भगवान जगन्नाथ : मंदिर के महंत पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया सोमवार शाम 6:30 बजे मंदिर परिसर से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकलेगी. भगवान जगन्नाथ को इंद्र विमान में विराजित किया जाएगा, जहां पूरे शहर के लोग पलक पावड़े बिछाकर भगवान का स्वागत करेंगे.

आज इंद्र विमान में सवार होंगे भगवान जगन्नाथ (वीडियो ईटीवी भारत अलवर)

अलवर. जन जन के आराध्य भगवान जगन्नाथ ने रविवार दोपहर 12 बजे दूल्हा रुप में भक्तों को दर्शन दिए. भगवान के दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में मौजूद रहे. साथ ही केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी इस समय मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना के लिए पहुंचे. बीते 72 घंटो से भगवान जगन्नाथ गर्भ गृह में आराम कर रहे थे, जहां भगवान की अंग सेवा की जा रही थी. दोपहर में भगवान जगन्नाथ के गर्भ गृह से बाहर आने के बाद शाम को मंदिर प्रांगण से सीताराम जी (शालिग्राम ) की सवारी रूपबास स्थित रूप हरि मंदिर के लिए रवाना हुई, जहां भगवान सीताराम सोमवार देर रात भगवान जगन्नाथ की विवाह स्थल पहुंचने पर आगवानी करेंगे.

महंत पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि रविवार करीब शाम 7 बजे पुराना कटला सुभाष चौक स्थित जगन्नाथ मंदिर से करीब 8 किलोमीटर लंबी सीताराम जी की रथ यात्रा रवाना हुई. इस रथ यात्रा के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब भगवान जगन्नाथ अपनी बारात लेकर रुपबास स्थित रूप हरि मंदिर पहुंचेंगे, उस समय शालिग्राम जी उनकी अगवानी करेगें. पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि सीताराम जी की रथ यात्रा 1 दिन पहले जाने का यह कारण है कि सीताराम माता जानकी के भाई है और बहन की शादी की तैयारी को विवाह स्थल पर जाकर परखते हैं. सीताराम जी की रथ यात्रा मंदिर परिसर से रवाना होकर सराफा बाजार, त्रिपोलिया, होप सर्कस, अशोक सर्किल, भवानी तोप होते हुए रात 11:30 बजे रूप हरि मंदिर पहुंची. रथ यात्रा पूरे लवाजमे के साथ मंदिर परिसर से शुरू हुई, जिसमें विभिन्न झांकियां, बैंड व प्याऊ आदि शामिल रहे.

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दोपहर में भक्तों को हुए अपने आराध्य के दर्शन : महेंद्र पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि 72 घंटे के बाद मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अपने आराध्य ने दर्शन दिए. समय से पहले ही मंदिर प्रांगण में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई थी. सभी की निगाहें एक टक अपने आराध्य को देखने के लिए गर्भ गृह पर टिकी हुई थी. जैसे ही भगवान के पट खुले, इसके साथ ही पूरा मंदिर प्रांगण जय जगन्नाथ के जयकारों से गूंज उठा. एक ही स्वर में लगने वाले जयकारों से पूरा मंदिर प्रांगण भक्ति के रस में डूब गया.

केंद्रीय मंत्री भी हुए आरती में शामिल : जगन्नाथ मंदिर में रविवार दोपहर 12 बजे पट खुलने के बाद भगवान जगन्नाथ की आरती की गई. इस आरती में शामिल होने के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी पहुंचे. केंद्रीय मंत्री ने यहां पहुंचकर मंदिर के ध्वज की पूजा की. इसके बाद भगवान जगन्नाथ की आरती भी की. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने भगवान जगन्नाथ के आगे अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना की.

आज इंद्र विमान में सवार होंगे भगवान जगन्नाथ : मंदिर के महंत पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया सोमवार शाम 6:30 बजे मंदिर परिसर से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकलेगी. भगवान जगन्नाथ को इंद्र विमान में विराजित किया जाएगा, जहां पूरे शहर के लोग पलक पावड़े बिछाकर भगवान का स्वागत करेंगे.

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