देहरादूनः राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने उत्तराखंड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. आरएलडी ने उत्तराखंड में कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है. दल के राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने दो टूक कहा है कि उनकी पार्टी ने गठबंधन के चलते सरकार से दोस्ती की है, ना कि स्वयं को सरेंडर किया है.
उत्तराखंड में कार्यकारिणी की घोषणा: राजनीतिक दल राष्ट्रीय लोक दल ने उत्तराखंड में आगामी निकाय चुनाव अपनी पार्टी के दम पर अकेले लड़ने का ऐलान किया है. राष्ट्रीय लोक दल ने उत्तराखंड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा भी की. दल के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र पंत ने कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए पांच प्रदेश उपाध्यक्ष, 6 प्रदेश महासचिव, 6 प्रदेश सचिव और तीन जिला अध्यक्षों को जिम्मेदारियां सौंपी है.
की जा रही अनदेखी: राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करते हुए कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि स्व. चौधरी चरण सिंह ने जहां हमेशा किसानों और महिलाओं को साथ लेकर उनकी समस्याओं का समाधान किया. उनका सम्मान करते रहे. लेकिन आज इन्हीं किसानों और महिलाओं की अनदेखी की जा रही है.
धामी सरकार को दी सलाह: उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली-पानी और सड़क, बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्याएं बनी चली आ रही है. इसके अलावा राज्य में बेरोजगारी और पलायन भी मुख्य समस्या है. सरकार को राज्य के अंदर लघु उद्योग स्थापित करके बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने चाहिए, ताकि बेरोजगारी के साथ-साथ अपराधों पर भी अंकुश लग सके.
त्रिलोक त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक दल प्रदेश में होने जा रहे निकाय, जिला और ग्राम पंचायत को चुनाव पूरी ताकत से लड़कर अपनी दस्तक देने जा रहा है.
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