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सड़क पर गिरा देते हैं नकली सोने का कंगन, फिर शुरू होता है ठगी का खेल, रहें सावधान, वरना हो जाएगी जेब खाली - Fraud with fake gold bracelets

रांची पुलिस ने ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो राह चलते लोगों को बेवकूफ बनाकर कर उनने पैसे वसूलते थे. इसमें एक व्यक्ति आम आदमी की तरह दिखता तो दूसरा पुलिस की वर्दी में आकर ठगी की पूरी वारदात को अंजाम देता था.

FRAUD WITH FAKE GOLD BRACELETS
FRAUD WITH FAKE GOLD BRACELETS
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 22, 2024, 6:52 PM IST

रांची: राजधानी रांची की पुलिस के द्वारा एक ऐसे ठग गिरोह का खुलासा किया गया है जो सड़क पर जेवर गिरा कर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देता था. गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से 1.50 लाख नगद सहित कई नकली जेवर बरामद किए गए हैं. ठगी को अंजाम देने के लिए अपराधी नकली पुलिसकर्मी भी बन जाते थे.

तीन गिरफ्तार, नगद और नकली गहने बरामद

रांची से एसएसपी के द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम के द्वारा गिरोह के तीन सदस्य लुकमान खान. जबीउल्ला खान और आरिफ कमाल को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से 1.50. लाख नकद, दो बाइक, पुलिस की केमोफ्लाई वर्दी, छह पीस नकली जेवर और फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया है.

कैसे करते थे ठगी

रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि यह गिरोह रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र में सक्रिय था. सबसे पहले गिरोह के एक अपराधी के द्वारा सड़क पर नकली सोने का कंगन गिरा दिया जाता था. कंगन गिरने के बाद गिरोह का दूसरा सदस्य आगे चलने वाले व्यक्ति से यह बताता कि उसके पॉकेट से सोने का कंगन गिर गया है.

अपराधी के झांसे में आया व्यक्ति जब यह बताता कि कंगन उसका नहीं है तब वह अपराधी उसे यह झांसा देता था कि सड़क पर गिरा कंगन किस काम का आप कुछ पैसे दे दो और कंगन ले लो. अपराधी के झांसे में आकर जब कोई व्यक्ति या महिला कंगन खरीद लेता, तभी दूसरा अपराधी पुलिस के वेश में वहां पहुंचता और दोनों को पकड़ लेता था. फर्जी पुलिसवाला बनकर आया अपराधी का साथी दोनों को ही पकड़ कर थाने ले जाने की बात कह कर कंगन खरीदने वाले राहगीर को डराता धमकाता था और उनसे पैसे ठग लेता था. ठगी करने वाला गिरोह इतना शातिर था कि वह लोगों को डरा धमका कर उनके एटीएम से भी पैसे निकलवा लिया करता था.

एसएसपी को मिली थी सूचना

हाल के दिनों में राजधानी रांची में कुछ ऐसी घटनाएं सामने आई थीं, जिनमें कुछ लोगों के द्वारा सड़क पर नकली जेवर गिरा कर, लोगों के साथ ठगी की जा रही थी. हालांकि इस संबंध में मामला थानों में रिपोर्ट नहीं हुए थे, लेकिन रांची के सीनियर एसपी को इसे लेकर जानकारी मिली थी. सत्यापन के बाद रांची के सीनियर एसपी के द्वारा वैसे स्थान को चिन्हित किया गया, जहां यह गिरोह ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा है.

गिरोह के द्वारा सबसे ज्यादा रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड के आस-पास लोगों को निशाना बनाया जा रहा था. जिसके बाद एसएसपी ने सिटी डीएसपी रमन और लोवर बाजार दयानंद को गिरोह को पकड़ने की जिम्मेवारी दी. सिटी डीएसपी और लोअर बाजार थाने की टीम ने मामले में रेकी कर तीनों अपराधियों को उसी समय गिरफ्तार किया जब वे नकली कंगन के साथ अपने शिकार की तलाश में लगे हुए थे.

ये भी पढ़ें:

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तीन गिरफ्तार, नगद और नकली गहने बरामद

रांची से एसएसपी के द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम के द्वारा गिरोह के तीन सदस्य लुकमान खान. जबीउल्ला खान और आरिफ कमाल को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से 1.50. लाख नकद, दो बाइक, पुलिस की केमोफ्लाई वर्दी, छह पीस नकली जेवर और फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया है.

कैसे करते थे ठगी

रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि यह गिरोह रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र में सक्रिय था. सबसे पहले गिरोह के एक अपराधी के द्वारा सड़क पर नकली सोने का कंगन गिरा दिया जाता था. कंगन गिरने के बाद गिरोह का दूसरा सदस्य आगे चलने वाले व्यक्ति से यह बताता कि उसके पॉकेट से सोने का कंगन गिर गया है.

अपराधी के झांसे में आया व्यक्ति जब यह बताता कि कंगन उसका नहीं है तब वह अपराधी उसे यह झांसा देता था कि सड़क पर गिरा कंगन किस काम का आप कुछ पैसे दे दो और कंगन ले लो. अपराधी के झांसे में आकर जब कोई व्यक्ति या महिला कंगन खरीद लेता, तभी दूसरा अपराधी पुलिस के वेश में वहां पहुंचता और दोनों को पकड़ लेता था. फर्जी पुलिसवाला बनकर आया अपराधी का साथी दोनों को ही पकड़ कर थाने ले जाने की बात कह कर कंगन खरीदने वाले राहगीर को डराता धमकाता था और उनसे पैसे ठग लेता था. ठगी करने वाला गिरोह इतना शातिर था कि वह लोगों को डरा धमका कर उनके एटीएम से भी पैसे निकलवा लिया करता था.

एसएसपी को मिली थी सूचना

हाल के दिनों में राजधानी रांची में कुछ ऐसी घटनाएं सामने आई थीं, जिनमें कुछ लोगों के द्वारा सड़क पर नकली जेवर गिरा कर, लोगों के साथ ठगी की जा रही थी. हालांकि इस संबंध में मामला थानों में रिपोर्ट नहीं हुए थे, लेकिन रांची के सीनियर एसपी को इसे लेकर जानकारी मिली थी. सत्यापन के बाद रांची के सीनियर एसपी के द्वारा वैसे स्थान को चिन्हित किया गया, जहां यह गिरोह ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा है.

गिरोह के द्वारा सबसे ज्यादा रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड के आस-पास लोगों को निशाना बनाया जा रहा था. जिसके बाद एसएसपी ने सिटी डीएसपी रमन और लोवर बाजार दयानंद को गिरोह को पकड़ने की जिम्मेवारी दी. सिटी डीएसपी और लोअर बाजार थाने की टीम ने मामले में रेकी कर तीनों अपराधियों को उसी समय गिरफ्तार किया जब वे नकली कंगन के साथ अपने शिकार की तलाश में लगे हुए थे.

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