रांचीः पुलिस की इमरजेंसी सेवा डायल 112 और 100 के प्रचार प्रसार का फायदा अब दिखने लगा है. डायल 112 पर मिली सूचना के आधार पर एक हत्यारे बेटे को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरा मामला रांची के ठाकुरगांव थाना का है. अगर पुलिस को सूचना नहीं मिलती तो हत्या की वारदात को छुपाने के लिए मृतक का अंतिम संस्कार हो चुका होता.
क्या है पूरा मामला
रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र में अपने पति के साथ रहने वाली नीतू कुमारी को उसके भाई अमित उरांव के द्वारा यह सूचना दी गई कि उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं. अमित ने नीतू को अंतिम संस्कार में भाग लेने और शव के अंतिम दर्शन के लिए ठाकुरगांव बुलाया. ठाकुरगांव पहुंचने पर नीतू ने अपने भाई अमित से पूछा की पिता साधु उरांव की मौत कैसे हुई, लेकिन इस बात का अमित कोई जबाब नहीं दे पाया. शक होने पर नीतू ने पिता के शव से चादर हटा कर देखा तो उसपर चाकू के निशान बने हुए थे.
डायल 112 पर दी सूचना, पुलिस ने किया भाई को गिरफ्तार
मामला संदेह भरा होने के बाद नीतू ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी. जिसके बाद ठाकुरगांव पुलिस की टीम गांव पहुंची.
जांच के दौरान यह पाया गया कि 50 वर्षीय साधु उरांव की मौत चाकू मारने की वजह से हुई है. साधु उरांव की हत्या उसके ही बेटे अमित के द्वारा कर दी गई थी. हत्या को स्वाभाविक मौत बताकर अमित अपने पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर चुका था. लेकिन बहन नीतू को पूरे मामले पर शक हुआ जिसके बाद उसने डायल 112 के इमरजेंसी सेवा से मदद ली.
विवाद के बाद हत्या
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि बेटे के द्वारा ही पिता की हत्या की गई थी. हत्यारे बेटे अमित को उसकी बहन की सूचना पर ही गिरफ्तार किया गया है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार शराब पीने को लेकर हुए विवाद में ही अमित ने अपने पिता की चाकू मार कर हत्या कर दी थी. रांची एसएसपी ने बताया कि डायल 112 के व्यापक प्रचार प्रसार का अब फायदा भी दिखने लगा है.
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