रांची: भाजपा नेता सीपी सिंह सातवीं बार अपनी किस्मत आजमाने चुनावी मैदान में उतरे हैं. सीपी सिंह ने लगातार छह बार रांची सीट जीतकर रिकॉर्ड बनाया है. 2019 की तरह एक बार फिर इस चुनाव में सीपी सिंह का मुकाबला जेएमएम प्रत्याशी महुआ माजी से है. पिछले चुनाव में महुआ माजी ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी, हालांकि सीपी सिंह बेहद कम अंतर से जीतने में सफल रहे थे. सीपी सिंह ने इस बार चुनौती स्वीकार करते हुए पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने का दावा किया है.
ईटीवी संवाददाता से खास बातचीत में सीपी सिंह जहां अपने कार्यकाल में हुए विकास का बखान करते नजर आए, वहीं उन्होंने रोटी, बेटी और माटी के आधार पर एक बार फिर रांची की जनता का आशीर्वाद मिलने की उम्मीद भी जताई.
'दूल्हा कोई एक ही बनेगा, बाकी को बाराती बनना पड़ेगा'
ईटीवी भारत से खास बातचीत में सीपी सिंह ने टिकट बंटवारे के बाद उठे विवाद और कार्यकर्ताओं व नेताओं की नाराजगी का जवाब देते हुए कहा कि टिकट एक ही व्यक्ति को मिलता है, ठीक वैसे ही जैसे दूल्हा एक ही व्यक्ति बनेगा, बाकी को बाराती बनना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी स्वाभाविक है. लेकिन टिकट एक ही व्यक्ति को मिलेगा.
चुनाव के दौरान किए गए वादों को बेबुनियाद बताते हुए सीपी सिंह ने कहा कि जब लोग विधायक बनते हैं, तब समझ में आता है कि उन वादों का क्या हुआ. सीपी सिंह ने जब पहली बार चुनाव लड़ा और जनता से वादा किया, तो उन्होंने कहा कि मैं 24 घंटे उपलब्ध रहूंगा, यह आज भी सच है और आगे भी सच रहेगा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी आलोचना करने वालों से पूछिए कि रांची की गलियों और मोहल्लों का क्या हाल था. मैंने उन गलियों में विकास करके उनकी तस्वीर बदल दी. उन्होंने कहा कि हमने स्कूल भवन से लेकर पेयजल तक की व्यापक व्यवस्था कर रांची के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का प्रयास किया, जिसके तहत जलमीनार से लेकर पाइप बिछाने तक का काम किया गया है. अभी भी 150 योजनाएं लंबित हैं, जिसका मुख्य कारण बालू की अनुपलब्धता है.
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