रांची: पूर्व सांसद रामटहल चौधरी कांग्रेस में शामिल होने के बाद शनिवार को रांची पहुंचे. एयरपोर्ट पर कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ साथ उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया. रामटहल चौधरी के पहुंचने से पहले ही ढोल नगाड़े के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर मौजूद रहे और रामटहल चौधरी जिंदाबाद का नारा लगाते दिखे.
बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन ने उन्हें जो सम्मान दिया है वह उसका स्वागत करते हैं. वहीं एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि रामटहल चौधरी ओबीसी समाज के बड़े नेता हैं. रांची से वे कई बार सांसद रह चुके हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी में उनके शामिल होने से कहीं ना कहीं कांग्रेस को मजबूती मिलेगी.
वहीं पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि पार्टी के तरफ से उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे वह बखूबी निभाएंगे. टिकट मिलने के सवाल पर रामटहल चौधरी ने कहा कि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है. कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे वह एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह निभाएंगे.
बता दें कि रामटहल चौधरी रांची की राजनीति में दिग्गज नेता के रूप में जाने जाते हैं. 82 वर्ष की आयु के कद्दावर नेता 1970 से राजनीति में सक्रिय हैं. वे भारतीय जनता पार्टी से कई बार रांची लोकसभा का नेतृत्व कर सांसद रह चुके हैं. लेकिन पिछली लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने उनका टिकट काटकर वर्तमान सांसद संजय सेठ को टिकट दिया तो वह भारतीय जनता पार्टी से अलग हो गए.
रामटहल चौधरी लगभग चार वर्षों तक बिना किसी राजनीतिक दल में गए लोगों के बीच मुखर रहे. लेकिन वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया. कांग्रेस में जाने के बाद यह कयास लगाये जा रहे हैं कि उन्हें कांग्रेस की तरफ से रांची लोकसभा सीट के प्रत्याशी के रूप में उतारा जा सकता है. हालांकि इस पर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है. लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस पार्टी से रामटहल चौधरी प्रत्याशी हो सकते हैं.
वहीं यह भी कयास लगाये जा रहा हैं कि अगर रामटहल चौधरी को लोकसभा में टिकट नहीं दिया जाता है तो आने वाले समय में विधानसभा चुनाव के लिए उनके परिवार के सदस्य को प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया जा सकता है. रामटहल चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद ये तो साफ है कि अब रांची लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर मिल सकती है. अब आने वाला वक्त बताएगा कि रामटहल चौधरी के कांग्रेस में जाने के बाद बीजेपी को कितना नुकसान होता है और कांग्रेस को कितना लाभ पहुंचता है.