देहरादूनः भाजपा हाईकमान ने उत्तराखंड में पांचों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. भाजपा ने 13 मार्च को अपनी दूसरी लिस्ट जारी करते हुए हरिद्वार और गढ़वाल लोकसभा सीट पर नए चेहरों को टिकट देकर सबको चौंका दिया. भाजपा ने गढ़वाल सीट से सीटिंग एमपी तीरथ सिंह रावत का टिकट काटकर नए चेहरे के रूप में अनिल बलूनी को प्रत्याशी बनाया है. जबकि हरिद्वार लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को लोकसभा से बाहर करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सांसद बनने का मौका दिया है. ऐसे में अब आशंका जताई जा रही है कि निशंका को जल्द ही प्रदेश में नई जिम्मेदारी से नवाजा जा सकता है.
उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने से प्रदेश में पार्टी की कमान किसी नए चेहरो को सौंपी जा सकती है. ऐसे में सूत्रों के मुताबिक, रमेश पोखरियाल निशंक को जल्द ही उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है. इसके पीछे कई कारण उभर कर सामने आ रहे हैं.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रहने के बाद भाजपा के तेजतर्रार नेता निशंक को भाजपा हाईकमान नए प्रयोग के तौर पर हाईलाइट करने की कोशिश कर सकती है. ऐसे में अगर निशंक को उत्तराखंड में संगठन का मुखिया बनाया जाता है तो उत्तराखंड भाजपा को और भी ज्यादा मजबूती मिलेगी. इसका एक कारण ये भी है कि निशंक का प्रबंध काफी मजबूत माना जाता है. ऐसे में पार्टी हाईकमान संगठन की कमान उन्हें देने पर विचार कर सकती है.
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