अजमेर: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में तीर्थ नगरी पुष्कर में भी सकल हिन्दू समाज ने रैली निकालकर अपना विरोध जाहिर किया. रैली में स्थानीय लोगों के अलावा कई साधु-संत भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुष्कर में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या औश्र बांग्लादेशी लोगों को उनके मुल्क भेजा जाए.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सकल हिन्दू समाज में आक्रोश है. मंगलवार को तीर्थ नगरी पुष्कर में कपालेश्वर महादेव मंदिर के समीप तिराहे से सकल हिन्दू समाज ने रैली निकाली. संत महात्माओं के अलावा पुष्कर और आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में रैली में शामिल हुए. रैली ब्रह्मा मंदिर के समीप ब्रह्म चौक, ब्रह्म घाट, गऊ घाट, बद्री घाट, वराह घाट, श्रीरंगजी का मंदिर, गुरुद्वारा, रामद्वारा तिराहे होते हुए एसडीएम कार्यालय पंहुची. जहां एसडीएम की अनुपस्थिति में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम नायब तहसीलदार नीलिमा राठौड़ को ज्ञापन सौंपा गया.
रैली में शामिल रामसखा आश्रम के महंत नंदराम ने कहा कि पुष्कर सभी तीर्थों का गुरु है. गुरु की शरण में सबका निवास रहता है, लेकिन जो गुरु की निंदा करता है और उन्हें मानता नहीं है. ऐसे व्यक्तियों को तीर्थ गुरु पुष्कर में रहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा कि पुष्कर में बांग्लादेशी रह रहे हैं उन्हें प्रशासन चिन्हित कर वापस उनके मुल्क छोड़ने की व्यवस्था करे.
रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को पकड़े पुलिस: पुष्कर में कपालेश्वर महादेव मंदिर के महंत सिवानंद गिरी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की घटना निंदनीय और मानवता के खिलाफ है. हिंदुओं पर अत्याचार करने वालों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिन्दू एक नहीं होगा, तो उनकी सुरक्षा भी नहीं होगी.
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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का हिंदुओं को एकजुट होकर विरोध करना चाहिए. हिंदुओं की सबसे बड़ी तीर्थस्थली पुष्कर में सकल हिंदू समाज ने रैली के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी को यह संदेश देना चाहते हैं कि सकल हिन्दू समाज एक है और उनके साथ खड़ा है. उन्होंने प्रशासन और पुलिस से भी मांग की है कि पुष्कर में जांच करें कि यहां पर कितने बांग्लादेशी और रोहिंग्या अवैध रूप से रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बंद हो और पीड़ितों को सुरक्षा और मुआवजा मिले.