भोपाल : बैंक कर्मचारी संगठन लंबे समय से ये मांग कर रहे थे कि राज्य के अन्य कर्मचारियों की तरह बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को भी रक्षाबंधन और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाने के लिए अवकाश दिया जाए. इस मांग पर मोहन यादव सरकार ने मुहर लगाते हुए पूरा कर दिया है.
बैंक कर्मचारियों का लॉन्ग वीकेंड
रक्षाबंधन की छुट्टी दिए जाने से 15 अगस्त से लॉन्ग वीकेंड की स्थिति बन रही है. अगर शासकीय कर्मचारियों ने एक दिन का एच्छिक अवकाश लिया तो लगातार 5 छुट्टियां मिल सकती हैं. दरअसल, 15 अगस्त को अधिकतर शासकीय कार्यालयों में अवकाश रहेगा. इसके बाद 17 अगस्त को शनिवार और 18 को रविवार है. इसके बाद सोमवार यानी 19 अगस्त को रक्षाबंधन है. इस प्रकार यदि शासकीय कर्मचारी 16 अगस्त को एक दिन का एच्छिक अवकाश लेते हैं, तो उन्हें लगातार 5 दिन की छुट्टी मिल जाएगी.
जन्माष्टमी पर तीन दिन की छुट्टी
रक्षाबंधन के साथ ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का अवकाश रहेगा. यहां भी लगातार तीन दिन की छुट्टी मिलने वाली है. दरअसल, 24 अगस्त को महीने का चौथा शनिवार होने के कारणा अवकाश रहेगा. फिर 25 अगस्त को रविवार और 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का अवकाश रहेगा. यानी फिर बैंको में तीन दिन की छुट्टी रहेगी.
बैंक कर्मचारी संगठनों ने जताया सीएम का आभार
बता दें कि एमपी के 9 बैंक कर्मचारी संगठनों ने मिलकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस मध्यप्रदेश के बैनर तले 19 और 26 अगस्त को नेगाशिएबल इंस्ट्रुमेंट एक्ट के तहत दो दिन का अवकाश देने की मांग की थी. इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी भेजा था. साथ ही फोरम ने यह भी बताया था कि देश के विभिन्न राज्यों में बैंक और वित्तीय संस्थानों में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी पर अवकाश घोषित किया गया है. छुट्टी की मांग मंजूर करने पर यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस मध्यप्रदेश के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है.
सीएम मोहन यादव ने दी 78वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री यादव ने कहा, '' स्वतंत्रता दिवस का पावन दिन भारत माता को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीरों एवं राष्ट्रभक्तों के पुण्य स्मरण का अवसर प्रदान करता है. पिछला एक दशक भारत के गौरव को बढ़ाने वाला दशक रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तेजी से वैभवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है. भारत विश्व की तीसरी अर्थ व्यवस्था बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है.''