RAKSHA BANDHAN 2024: भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व की तैयारियां तेज हो गई हैं. रंग-बिरंगी राखियों और स्वादिष्ट मिठाइयों से बाजार सज गए हैं. बहनों ने अपने भाईयों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधने के लिए स्पेशल राखियों की खरीदारी शुरू कर दी हैं. इस बार रक्षाबंधन सोमवार के दिन मनाया जाएगा. यह सावन का अखिरी सोमवार भी है. भाई की कलाई पर राखी बांधते समय अगर बहने विशेष मंत्र का जाप करेंगी तो उनका भाई कई परेशानियों से दूर रहेगा.
राखी बांधते समय इस मंत्र का करें जाप
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि, 'इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा की छाया पड़ रही है. ऐसे में भाई बहन के प्यार के प्रतीक के इस पर्व पर जब बहनें अपने भाइयों की कलाई पर शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से राखी बांधें. राखी बांधते समय इस विशेष मंत्र का जाप जरूर करें.'
'येन बध्दो बलि राजा, दानवेन्द्रों महाबलः
तेन त्वाम प्रतिबध्दनामि, रक्षे माचल माचलह'
'इस मंत्र का जाप करते हुए राखी बांधने से भाई पर किसी तरह की विपत्ति नहीं आएगी. देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहेगा. राखी बांधते समय भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर और बहन का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. बहनें, भाई को कुमकुम का तिलक लगाएं, चावल से भी तिलक करें. इस दौरान इस विशेष मंत्र का जाप भी करें. ऐसी मान्यता है कि इस मंत्र को पढ़ने से जीवन में तरक्की मिलती है और हर तरह की बाधाएं दूर होती हैं.'
मंत्र का अर्थ
इस मंत्र का अर्थ बताते हुए ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि, 'इस मंत्र का मतलब हुआ कि जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बांधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बांधती हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से बचाएगा.'
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राखी के लिए शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य बताते हैं, 'इस बार रक्षाबंधन में भद्रा की छाया पड़ रही है और भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती है. ऐसे मे दोपहर 1.15 बजे के बाद जब भद्रा समाप्त हो जाएगी, उसके बाद राखी बांधी जाएगी. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 1:15 बजे से रात के 9:00 के बीच है.' रक्षाबंधन में इस बार तीन बड़े योग भी बन रहे हैं, शोभन योग, सिद्ध योग और सोमवार की समाप्ति. इस दिन उमा महेश्वर का दिन भी है. तीन-तीन योग बनने के कारण इस बार का रक्षाबंधन का त्योहार बहुत विशेष हो जाता है.