धर्मशाला: बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी का टांडा मेडिकल कॉलेज में निधन हो गया. जहरीला पदार्थ निगलने के बाद उन्हें और उनकी पत्नी को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया था. जहां, उन्होंने दम तोड़ दिया. वहीं, उनकी पत्नी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है.
राकेश चौधरी का राजनीतिक सफर
राकेश चौधरी बीजेपी की टिकट पर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़े थे जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, 2019 और 2024 का विधानसभा उपचुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़े थे. 2019 के उपचुनाव में वह दूसरे पर नंबर रहे थे. उन्हें 10 हजार से अधिक वोट मिले थे. 2024 के उपचुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. ओबीसी वोटर्स पर उनकी अच्छी खासी पकड़ मानी जाती थी. एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि, 'कल देर रात राकेश चौधरी और उनकी पत्नी को टांडा में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया था. आज राकेश चौधरी के निधन की खबर मिली है. उनका पोस्टमार्टम और कानूनी कार्रवाई की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. परिवार से पूछताछ के बाद पुलिस जांच आगे बढ़ा रही है. उनकी पत्नी के बयान के बाद भी आगे की जांच की जाएगी.'
वहीं, एएसपी धर्मशाला वीर बहादुर ने कहा कि 'जहर खाने के पीछे क्या वजह रही इसके बारे में अभी कोई खुलासा नहीं हो पाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है. इस मामले में योल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है और हर पहलू से जांच की जा रही है. पुलिस ने मौके का भी दौरा किया है. जांच के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी.'
राकेश चौधरी ग्राम पंचायत पधर के रहने वाले थे. छात्र जीवन से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की थी. ओबीसी वोटर्स में उन्होंने अच्छी पकड़ बना ली थी. उधर इस घटना के सामने आने के बाद कई तरह की चर्चाएं और अफवाहें चल रही हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह रही कि उन्हें और साथ में उनकी धर्मपत्नी को भी इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस घटना के बाद हर कोई हैरान है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं, उनकी पत्नी की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. अभी भी उनका इलाज टांडा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.
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