चन्दौली: राज्यसभा सांसद साधना सिंह को रेल मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति का सदस्य चुना गया है. समिति के सदस्य चुने जाने के लिए सांसद साधना सिंह ने केंद्रीय नेतृत्व, सभापति - राज्य सभा व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार व्यक्त किया है. साधना सिंह ने कहा, कि सदस्य के रूप में संसदीय समिति का हिस्सा बनना उनके लिए सम्मान की बात है.
सांसद साधना सिंह ने यह भी बताया कि उनके कार्यों की प्राथमिकता सूची में रेल को और व्यापक व सुविधा से लैस करना होगा. देश के नागरिकों को सुगम यातायात प्रदान करने वाली भारतीय रेल की स्वीकार्यता बढ़ाने पर जोर दिया जायेगा और प्रत्येक रूट पर हाई स्पीड व वन्दे भारत जैसी ट्रेन के परिचालन का प्रयास किया जायेगा. सी.एम रमेश को इस वित्त संबंधी स्थायी समिति का अध्यक्ष नियुक्त होने पर शुभकामना प्रेषित किया है. यह समिति रेल की वित्तीय नीतियों, बजट और आर्थिक सुधारों पर चर्चा और मार्गदर्शन करने का महत्वपूर्ण कार्य करती है. इन जिम्मेदारियों को निभाने के साथ, समिति का लक्ष्य देश की आर्थिक स्थिति को सशक्त और जन उपयोगी बनाना है.
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सांसद साधना सिंह ने कहा, कि सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों की भूमिका को मजबूत करना और देश में उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना देश के विकास के लिए आवश्यक है. इसके अतिरिक्त यात्री सुविधाओं के विस्तार, साफ सफाई, खानपान की गुणवत्ता में सुधार इत्यादि के लिए सभी संभव प्रयास करती रहेंगी. राज्य सभा सांसद साधना सिंह को रेल मंत्रालय के संसदीय समिति के स्थाई सदस्य मनोनित किए जाने पर उनके समर्थको में भी खुशी की लहर है. लोगों ने मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया.
साधना सिंह का राजनीतिक सफर: साधना सिंह को चंदौली जिले में एक जुझारू नेता के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने अपने शुरुआती दिनों से ही व्यापार मंडल से जुड़कर व्यापारियों की समस्याओं को लेकर आवाज उठायी. राजनीतिक कैरियर की बात करें तो शुरुआती दिनों से ही साधना सिंह भाजपा से जुड़ी थीं. कई वर्षों तक साधना सिंह ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाली.
इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव में मुगलसराय विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बाबूलाल यादव को हराकर जीत हासिल की थी. 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने साधना सिंह को टिकट नहीं दिया था. बल्कि उनके स्थान पर मुगलसराय विधानसभा से रमेश जायसवाल को टिकट दिया गया था, जिन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में मुगलसराय से जीत हासिल की. लेकिन पार्टी में उनकी आस्था और सक्रियता को देखते हुए हाई कमान ने उन्हें लोकसभा चुनाव से पूर्व राज्यसभा भेजने का फैसला लिया.
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