जयपुर. बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ ने नामांकन दाखिल कर दिया है. विधानसभा में शुभ मुहूर्त पर 12:15 बजे दोनों उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोश, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा मौजूद रहे.
गरासिया बोले- पीएम मोदी की ताकत बनूंगा : राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान से बीजेपी के दोनों उम्मीदवार आज नामांकन दाखिल कर दिया. इससे पहले चुन्नीलाल गरासिया और सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग विधानसभा पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए गरासिया ने कहा कि मैं पीएम मोदी की ताकत बनूंगा. दक्षिणी क्षेत्र से आता हूं, बीजेपी को वहां मजबूत करूंगा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मेरी मां है.
ओबीसी और आदिवासी प्रत्याशी पर मजबूर हुई भाजपा : बता दें कि बीजेपी ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार को ही दो उम्मीदवार घोषित कर दिए थे, जिसमे चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ को उम्मीदवार बनाया गया था. राजस्थान में राज्यसभा के लिए तीन सीटों के लिए चुनाव होना है. दो सीट पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है. बीजेपी ने दोनों उम्मीदवारों को टिकट देकर आदिवासी और ओबीसी को लोकसभा चुनाव के लिहाज से साधा है. पाली जिले के रहने वाले मदन राठौड़ मूल ओबीसी है, दो बार 2003 और 2013 में सुमरेपुर से विधायक रहे थे. 2013 में उपमुख्य सचेतक भी रहे.
वहीं, चुन्नी लाल गरासिया मूल रूप से डूंगरपुर के बिलुडा गांव के रहने वाले हैं, आदिवासी अंचल से आने वाले गरासिया को पार्टी ने उम्मीदवार बनाकर मूल आदिवासी वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की है. माना जा रहा है कि पार्टी को इसका लोकसभा चुनाव में बड़ा लाभ मिलने वाला है. गरासिया ने 2018 और अगला 2023 के विधानसभा चुनाव में उदयपुर ग्रामीण और गोगुंदा से विधायक के लिए दावेदारी की थी मगर दोनों जगह से उन्हें टिकट नही मिला था.
चौथा उम्मीदवार नहीं तो, निर्विरोध होगा चुनाव : निर्वाचन विभाग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार आज नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है, सुबह 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक विधानसभा में जमा किए जा सकते हैं. अब तक कांग्रेस की से सोनिया गांधी ने नामांकन दाखिल किया है. नामांकन पत्रों की संवीक्षा 16 फरवरी को विधानसभा के कमरा नं. 751 में होगी. अभ्यर्थी 20 फरवरी तक नाम वापस ले सकेंगे, आवश्यक होने पर मतदान 27 फरवरी को प्रातः 9 बजे से सायं 4 बजे तक होगा. मतदान के बाद मतगणना इसी दिन सायं 5 बजे से होगी. हालांकि अब जिस तरह से तीन उम्मीदवार ही मैदान में दिखाई दे रहे हैं, उससे यह तय माना जा रहा है कि चौथा उम्मीदवार नहीं होने की स्थिति में मतदान नहीं होगा और 20 को नामांकन वापसी की समय समाप्ति के साथ तीनों उम्मीदवारों की जीत स्वत: ही घोषित हो जाएगी.
राज्यसभा का यह है गणित : संख्या बल के हिसाब से बीजेपी दो और कांग्रेस के एक उम्मीदवार का जीतना तय माना जा रहा है. एक उम्मीदवार के लिए जीत के लिए 51 वोट चाहिए. कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं, ऐसे में उनके पास 19 वोट सरप्लस हैं. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी को दो प्रत्याशियों के लिए 102 वोट चाहिए, बीजेपी के पास 115 वोट और सात वोट निर्दलीयों के मिलकार 122 वोट हैं. यानी बीजेपी के पास 20 सरप्लस वोट है. इस स्थिति में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों से एक-दो प्रत्याशी के इतर उम्मीदवार उतारना संभव नहीं है. ऐसे में प्रत्याशियों का चुनाव निर्विरोध होने की पूरी संभावना है.
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गौरतलब है कि प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए निर्वाचन सम्पन्न होना है, जो 3 अप्रैल 2024 को रिक्त हो रही हैं, प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सीट खाली होगी. इसी तरह बीजेपी से राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद किरोड़ी लाल मीणा की सीट खाली हुई है. वहीं दूसरी सीट भूपेंद्र यादव का कार्यकाल पूरा होने पर राज्यसभा सीट खाली होगी.