गोपालगंज: जिले के कुचायकोट प्रखंड के तिवारी खरेया गांव निवासी स्व शिवचंद्र मिश्रा के बेटे और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन मिश्रा को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया है. एनडीए के इस फैसले के बाद से पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है. साथ ही उनके परिवार के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं देने वाले लोगों का घर पर तांता लगा हुआ है.
मनन मिश्रा के परिजनों में खुशी की लहर: मनन मिश्रा को चाहने वाले व सगे संबंधियों के अलावा परिवार के लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई जा रही है. मनन मिश्रा के भतीजे मनीष मिश्रा ने कहा कि मेरे चाचा भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं. हमारे परिजनों और गोपालगंज के लोगों के बीच आज खुशी की लहर है.
"मनन मिश्रा के राज्यसभा जाने से पूरे बिहार और देश के अधिवक्ताओं में भी खुशी की लहर है. ये (मनन) पूरे अधिवक्ता समाज का प्रतिनिधित्व पिछले 12 सालों से कर रहे हैं. बार काउंसिल ऑफ इंडिया के छह टर्म से लगातार मनन मिश्रा चेयरमैन हैं.लोगों का वो दुख दर्द समझते हैं."- मनीष मिश्रा, मनन मिश्रा के भतीजा
दो भाइयों का हो चुका है देहांत: मनन मिश्रा के पिता स्व शिवचंद्र मिश्रा जिले के नामी और वरिष्ठ सिविल कोर्ट के अधिवक्ता थे. चार भाइयों में मनन मिश्रा तीसरे स्थान पर हैं. मनन मिश्रा के दो भाई गणेश मिश्रा और केदार मिश्रा का देहांत हो चुका है, जिनका परिवार गोपालगंज शहर में अधिवक्ता नगर में रहता है. जबकि छोटा भाई अरुण मिश्रा बाहर रहते हैं. मनन मिश्रा का परिवार पटना में रहता है.
"हमलोगों ने न्यूज में देखा कि मेरे बाबाजी को टिकट मिला है. सभी बहुत खुश हैं. हम तीसरी पीढ़ी हैं लेकिन आज भी अपने बाबाजी (मनन मिश्रा) से प्रेरणा लेते हैं."- मंगलागौरी, मनन मिश्रा की पोती
कौन हैं मनन मिश्रा?: मनन मिश्रा के तीन बेटे हैं, जिसमें एक बेटा हाईकोर्ट में अधिवक्ता है जबकि दूसरा डॉक्टर है और तीसरा बेटा लंदन में एलएलएम कर रहा है. मनन मिश्रा भाजपा में 8 वर्षों से समर्पित कार्यरत हैं, जो भाजपा लीगल सेल के सदस्य भी हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन्हें स्टार प्रचारक भी बनाया गया था. उन्होंने बार काउंसिल चुनाव में सबसे ज्यादा मतों से जीत दर्ज कर बार काउंसिल के अध्यक्ष बने थे. इसके अलावा बार काउंसिल ऑफ इंडिया के छह बार चेयरमैन भी रहे. उन्होंने बैकुंठपुर और गोपालगंज से दो बार विधानसभा का निर्दलीय चुनाव भी लड़े थे. बसपा ज्वाइन कर बगहा से लोकसभा के चुनाव भी लड़ चुके हैं.