राजसमंद: वन्य जीवों के आबादी के निकटवर्ती क्षेत्रों में आने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जिले में सोमवार दोपहर को बीड़ में बकरियां चरा रही महिला का पैंथर ने शिकार कर लिया. महिला के साथ आई अन्य बच्ची की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण आए, तब तक पैंथर ने उसे मार डाला था. वन विभाग व पुलिस ने शव को एम्बुलेंस से आरके जिला चिकित्सालय पहुंचाया. साथ ही वन विभाग ने ग्रामीणों को सावधान रहने की हिदायत दी है. पैंथर के हमले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है, जबकि वन विभाग ने पिंजरा लगवाकर उसे पकड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
राजसमंद के उपवन संरक्षक सुदर्शन शर्मा ने बताया कि भील बस्ती, मोरवड़ निवासी रुकमादेवी पत्नी रामू गमेती पिपलांत्री पंचायत के अंडेला क्षेत्र में बकरियां चरा रही थी. तभी मार्बल पत्थरों से निकल कर आए पैंथर ने अचानक हमला कर दिया. वह महिला को घसीटकर झाड़ियों में ले गया. इससे महिला का शरीर क्षत विक्षत हो गया. उसके साथ ही बकरियां चरा रही बालिका चीखी. उसने भागकर ग्रामीणों व परिजनों को सूचना दी. इस पर बड़ी तादाद में ग्रामीण, मार्बल माइंस मालिक व श्रमिक मौके पर पहुंचे. बाद में सूचना पर राजसमंद से वन विभाग की टीम भी आई और शव को कब्जे में लेते हुए घटना स्थल का मुआयना किया. वन विभाग के सतर्कता दल ने ग्रामीणों व माइंस पर कार्य करने वाले लोगों को भी सावधान रहने की नसीहत दी है. वन विभाग ने पैंथर को पकड़ने के लिए मौके पर पिंजरा रखवाने की तैयारी शुरू कर दी है.
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पहले भी हो चुकी दो घटनाएं: राजसमंद में पिछले दो माह में यह तीसरी बड़ी घटना है. इससे पहले देलवाड़ा के पास यही पैंथर एक बच्ची को उठा ले गया था, जबकि बोरज का खेड़ा में पैंथर ने एक युवक को अपना निवाला बना लिया था. पैंथर बोरज, मुंडोल क्षेत्र में आए दिन पैंथर वाहन चालकों व पैदल राहगीरों पर हमले कर रहा है. इसे लेकर बोरज सरपंच डिम्पल कंवर और वार्डपंच डूंगरसिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने वन विभाग के उपवन संरक्षक से लेकर जिला कलक्टर तक को शिकायत कर दी, लेकिन पैंथर को पकड़ने के कोई प्रयास नहीं हुए. ग्रामीणों का कहना था कि पैंथर नरभक्षी हो चुका है, वह इंसानों पर हमले कर रहा है. इसी के तहत अब उसने अड़गेला क्षेत्र में बकरियां चरा रही महिला पर हमला कर उसे मार डाला.
पति की पहले ही हो चुकी है मौत: मृतक रुकमादेवी के पति रामू गमेती की पांच वर्ष पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी. परिवार में उसके तीन बेटे व दो बेटियां है. वह बकरियों का पालन कर घर गुजारा चला रही थी और उसके बेटे मजदूरी करते हैं.
बकरियां चरा रही महिला का शिकार करने के बाद शव आरके जिला चिकित्सालय के मोर्चरी में रखने के बाद पुठोल, मुंडोल, बोरज व पिपलांत्री पंचायतों से सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण पहुंच गए. दो माह में पैंथर के हमले से चार लोगों की मौत और 15 से ज्यादा लोगों के घायल होने के बावजूद पैंथर को नहीं पकड़ने की बात को लेकर ग्रामीण उग्र हो गए. जिला अस्पताल में एकत्रित लोगों ने शव नहीं उठाने दिया. विवाद बढ़ने पर वन विभाग के उप वन संरक्षक सुदर्शन शर्मा अस्पताल के मोर्चरी में पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने घेराव करते हुए आक्रोश जताया. देर शाम तक भी गतिरोध बना हुआ था और शव मोर्चरी में पड़ा है. फिलहाल मौके पर समझाइश के प्रयास जारी हैं.