कोटा. बीजेपी के राजकोट से प्रत्याशी पुरुषोत्तम रुपाला के बयान से राजपूत समुदाय में नाराजगी की बात सामने आ रही है. राजपूत समाज के लोग भाजपा को वोट नहीं देने की अपील कर रहे हैं. वहीं अब समाज का एक धड़ा और जनप्रतिनिधि इसे कांग्रेस के राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश बता रहे हैं. उनका कहना है कि समाज बीजेपी को पहले की तरह सपोर्ट करता रहे. इसे लेकर कोटा में दोनों पक्षों के लोगों ने अपनी बात रखी.
भाजपा के विरोध में क्षत्रिय अस्मिता आमसभा की ओर से एक निजी रिजॉर्ट में कार्यक्रम आयोजित हुआ. इसे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत, जौहर स्मृति संस्थान चित्तौड़गढ़ की अध्यक्ष निर्मला कंवर और क्षत्रिय प्रचारनी समिति के अध्यक्ष शिवराज सिंह राठौड़ ने संबोधित किया. इसमें पुरषोत्तम रूपाला के द्वारा की गई टिप्पणी की निंदा की गई और आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के बहिष्कार की घोषणा की गई. राज सिंह शेखावत ने कहा कि विधानसभा व लोकसभा चुनाव में राजपूत समाज के नेताओं को टिकट ना देकर बीजेपी समाज की उपेक्षा की जा रही है. यहां भाजपा के बहिष्कार का संकल्प लिया गया.
इधर, बानसूर एमएलए देवी सिंह, भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता राखी राठौड़, पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत, प्रधान जयवीर सिंह अमृतकुआं, लोकेंद्र सिंह व योगेंद्र खींची ने पत्रकार वार्ता में कहा कि राजपूत समाज बीजेपी की नींव का पत्थर रहा है. राजपूत समाज संस्कारी समाज है। किसी ने भी भूलवश कोई गलत बात कहीं तो उसकी भर्त्सना होनी चाहिए, लेकिन इसका लाभ कांग्रेस राजनीतिक रूप से लेना चाहती है. विरोध में काम कर रहे लोग कांग्रेस से जुड़े हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सनातन का समूल नाश करने की बात करती है. ऐसे में ये लोग प्रायोजित तरीके से भ्रम फैलाकर बहकाने की कोशिश कर रहे हैं. क्षत्रिय समाज इतना कमजोर नहीं है कि किसी की टिप्पणी से विचलित हो जाए. कांग्रेस ने केवल मुगलों का इतिहास आगे बढ़ाया. जबकि बीजेपी ने महाराणा प्रताप और राजपूतों के इतिहास को संरक्षित करने का काम किया. इसलिए 12 लोकसभा में भी बीजेपी को वोट मिले हैं, आगामी 13 सीटों पर भी मिलेंगे.