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बिहार दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में करेंगे दर्शन, दरभंगा और सिवान में भरेंगे हुंकार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज बिहार दौरे पर आ रहे हैं. उनके आगमन को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. यहां जानें राजनाथ सिंह के मिनट टू मिनट कार्यक्रम. पढ़ें पूरी खबर

राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 28, 2024, 6:00 AM IST

Updated : Feb 28, 2024, 8:12 AM IST

सिवान : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज एक दिनी दौरे पर बिहार के सिवान आ रहे हैं. उनके आगमन को लेकर चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है. सुबह 10 बजे उनका आगमन दरभंगा एयरपोर्ट पर होगा. जहां से वो पुनौरा धाम पथ मैदान सीतामढ़ी के लिए प्रस्थान करेंगे. 10.30 को मां जानकी के पैतृक धाम पर उनका आगमन होगा. 10:30, से 11 बजे सुबह तक जन्मस्थली के दर्शन और पूजन करेंगे.

राजनाथ सिंह का मिनट टू मिनट कार्यक्रम : यहां से 11 बजे द्वारका पैलेस रीगा रोड के लिए निकलेंगे जहां वह सुबह 11:10 पर पहुंचेंगे. चाय काल के विराम के बाद 11:25 से 12:15 तक बुद्धिजीवी संवाद में शिरकत करेंगे. फिर यहां से हेलीकॉप्टर के जरिए सिवान की ओर प्रस्थान करेंगे. दोपहर 1 बजे सिवान पुलिस लाइन के हेलीपैड पर उनका आगमन होगा. भोजन के उपरांत 2.45 पर राजकीय जनता उच्च विद्यालय शिवनगर घाट मैदान के लिए रवाना होंगे.

सीतामढ़ी से सिवान आकर करेंगे जनसभा : 3.15 से 4.15 तक उनकी जनसभा होगी उसके बाद राजनाथ सिंह दिल्ली के लिए दरभंगा के रास्ते वापस लौट जाएंगे. उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने भी जनसभा स्थल का निरीक्षण किया है. बीजेपी के तमाम दिग्गज लगातार बिहार के दौरे पर आ रहे हैं. हर हफ्ते कोई बड़ा लीडर बिहार की धरती पर जरूर लैंड करता है. राजनाथ सिंह के बिहार दौरे से एनडीए को मजबूती मिलनी तय है.

पुनौरा गांव में है माता सीता की जन्मभूमि : बता दें कि बिहार के सीतामढ़ी से करीब 5 किलोमीटर दूर शहर के पश्चिम में पुनौरा गांव में मां जानकारी का मंदिर है. माना जाता है कि माता सीता का जन्म इसी स्थान पर हुआ था. यहां आसपास माता सीता और राजा जनक से जुड़े कई तीर्श स्थल है. जहां राजा ने हल जोतना शुरू किया था, वहां पहले उन्होंने महादेव की पूजा की थी, उस शिवालय को हलेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है.

क्या है मान्यता? : पुनौरा धाम से जुड़ी एक कथा प्रचलित है. बताया जाता है कि मिथिला में एक बार भीषण अकाल पड़ा था. तब पुरोहित ने राजा जनक को खेल में हल चलाने के लिए कहा. जिसके बाद राजा ने खेल में हल चलाया शुरू किया, तभी राजा का हल खेत में एक जगह अटक गया. उन्होंने जब जमीन को थोड़ा खोदा तो वहां से मिट्टी का एक पात्र निकला, जिसमें से मां सीता शिशु अवस्था में निकली.

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सिवान : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज एक दिनी दौरे पर बिहार के सिवान आ रहे हैं. उनके आगमन को लेकर चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है. सुबह 10 बजे उनका आगमन दरभंगा एयरपोर्ट पर होगा. जहां से वो पुनौरा धाम पथ मैदान सीतामढ़ी के लिए प्रस्थान करेंगे. 10.30 को मां जानकी के पैतृक धाम पर उनका आगमन होगा. 10:30, से 11 बजे सुबह तक जन्मस्थली के दर्शन और पूजन करेंगे.

राजनाथ सिंह का मिनट टू मिनट कार्यक्रम : यहां से 11 बजे द्वारका पैलेस रीगा रोड के लिए निकलेंगे जहां वह सुबह 11:10 पर पहुंचेंगे. चाय काल के विराम के बाद 11:25 से 12:15 तक बुद्धिजीवी संवाद में शिरकत करेंगे. फिर यहां से हेलीकॉप्टर के जरिए सिवान की ओर प्रस्थान करेंगे. दोपहर 1 बजे सिवान पुलिस लाइन के हेलीपैड पर उनका आगमन होगा. भोजन के उपरांत 2.45 पर राजकीय जनता उच्च विद्यालय शिवनगर घाट मैदान के लिए रवाना होंगे.

सीतामढ़ी से सिवान आकर करेंगे जनसभा : 3.15 से 4.15 तक उनकी जनसभा होगी उसके बाद राजनाथ सिंह दिल्ली के लिए दरभंगा के रास्ते वापस लौट जाएंगे. उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने भी जनसभा स्थल का निरीक्षण किया है. बीजेपी के तमाम दिग्गज लगातार बिहार के दौरे पर आ रहे हैं. हर हफ्ते कोई बड़ा लीडर बिहार की धरती पर जरूर लैंड करता है. राजनाथ सिंह के बिहार दौरे से एनडीए को मजबूती मिलनी तय है.

पुनौरा गांव में है माता सीता की जन्मभूमि : बता दें कि बिहार के सीतामढ़ी से करीब 5 किलोमीटर दूर शहर के पश्चिम में पुनौरा गांव में मां जानकारी का मंदिर है. माना जाता है कि माता सीता का जन्म इसी स्थान पर हुआ था. यहां आसपास माता सीता और राजा जनक से जुड़े कई तीर्श स्थल है. जहां राजा ने हल जोतना शुरू किया था, वहां पहले उन्होंने महादेव की पूजा की थी, उस शिवालय को हलेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है.

क्या है मान्यता? : पुनौरा धाम से जुड़ी एक कथा प्रचलित है. बताया जाता है कि मिथिला में एक बार भीषण अकाल पड़ा था. तब पुरोहित ने राजा जनक को खेल में हल चलाने के लिए कहा. जिसके बाद राजा ने खेल में हल चलाया शुरू किया, तभी राजा का हल खेत में एक जगह अटक गया. उन्होंने जब जमीन को थोड़ा खोदा तो वहां से मिट्टी का एक पात्र निकला, जिसमें से मां सीता शिशु अवस्था में निकली.

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Last Updated : Feb 28, 2024, 8:12 AM IST
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