ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़ में राजिम कुंभ कल्प मेला और सिरपुर महोत्सव का शुभारंभ

Rajim Kumbh Kalp Mela: छत्तीसगढ़ में शनिवार से राजिम कुंभ कल्प मेले की शुरुआत हो चुकी है. प्रशासन की ओर से इस मेले में खास तैयारी की गई है. साथ ही सुरक्षा के भी यहां खास इंतजाम किए गए हैं. मेले के पहले ही दिन भक्तों की भीड़ देखते ही बन रही थी.

Rajim Kumbh Kalp Mela
छत्तीसगढ़ में राजिम कुंभ कल्प मेला
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 24, 2024, 11:17 PM IST

रायपुर:पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाने वाले राजिम कुंभ मेले की शुरुआत हो चुकी है. प्रशासन की ओर से राजिम मेले को लेकर काफी दिनों पहले से तैयारियां की जा रही थी. शनिवार से शुरू हुए राजिम कुंभ मेले में हजारों की तादाद में लोगो की भीड़ उमड़ रही है. मेले के पहले ही दिन छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के लोग शामिल हुए. पहले दिन प्रदेश के कई मंत्री मेले में पहुंचे और राजीव लोचन मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा.

त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पहुंच रहे हजारों भक्त: राजिम कुंभ मेले में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु, साधु संत और कथावाचक राजिम पहुंचते हैं. मेले के पहले दिन सुबह से ही श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाते नजर आए. पैरी, सोंढूर और महानदी इन तीन नदियों के संगम स्थल पर मेले के पहले दिन उमड़ने वाली भीड़ देखते ही बन रही है. राजिम त्रिवेणी संगम पर ये राजिम कुंभ मेला हर साल आयोजित होता है.

महाशिवरात्री तक चलेगा मेला: दरअसल, त्रिवेणी संगम के एक तट पर भगवान विष्णु श्री राजीवलोचन विराजमान हैं. दूसरे तट पर सप्तऋषियों में से एक लोमश ऋषि का आश्रम मौजूद है. त्रिवेणी संगम के बीच खुद महादेव कुलेश्वरनाथ के रुप में स्थापित है. वैसे तो श्रद्धालु साल भर यहां पहुंचते हैं. हालांकि राजिम कुम्भ मेले के समय श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है. इस बार माघी पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक राजिम कुंभ मेला चलेगा.

सीएम साय ने दी बधाई: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 24 फरवरी से शुरू हो रहे राजिम कुंभ कल्प और शिवरीनारायण मेले की प्रदेशवासियों को बधाई दी. साय ने कहा है कि, "छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रसिद्ध राजिम में आयोजित होने वाला राजिम कुंभ मेला छत्तीसगढ़ की आस्था का प्रतीक है. राज्य सरकार राजिम कुंभ की विशिष्टता और भव्यता को उसके मूल स्वरूप में लौटाने जा रही हैं. इसके लिए ’राजिम माघी पुन्नी मेला’ को ’राजिम कुंभ कल्प’ का नाम दिया है. राजिम कुंभ कल्प इस साल 24 फरवरी माघपूर्णिमा से 8 मार्च महाशिवरात्रि तक आयोजित होगा. इस साल राजिम कुंभ कल्प को रामोत्सव के तौर पर मनाया जाएगा."

बताया जा रहा है कि इस बार अयोध्या राममंदिर की थीम पर राजिम कुंभ मेले का आयोजन हुआ है. इस बार के कुंभ को रामोत्सव राजिम कुंभ का नाम दिया गया है. यहां अलग-अलग राज्यों से संत महात्मा पहुंच रहे हैं. भक्तों की भीड़ को देखते हुए यहां तकरीबन 15सौ से अधिक जवानों की तैनाती के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

सिरपुर महोत्सव का भी हुआ शुभारंभ: सिरपुर महोत्सव की भी शुरुआत हो चुकी है. इस फेस्टिवल में कई नामी हस्तियां शिरकत कर रही है.

Ramaram Of Sukma: 'राम वन गमन पथ' के रूप में विकसित हो रहा सुकमा का रामाराम मंदिर
Rajim Maghi Punni Mela 2023 : छत्तीसगढ़ का प्रयाग और माघी पुन्नी मेले का धार्मिक महत्व
CM Baghel Worshiped On Mahashivaratri राजिम माघी पुन्नी मेले का समापन आज,सीएम भूपेश होंगे शामिल

रायपुर:पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाने वाले राजिम कुंभ मेले की शुरुआत हो चुकी है. प्रशासन की ओर से राजिम मेले को लेकर काफी दिनों पहले से तैयारियां की जा रही थी. शनिवार से शुरू हुए राजिम कुंभ मेले में हजारों की तादाद में लोगो की भीड़ उमड़ रही है. मेले के पहले ही दिन छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के लोग शामिल हुए. पहले दिन प्रदेश के कई मंत्री मेले में पहुंचे और राजीव लोचन मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा.

त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पहुंच रहे हजारों भक्त: राजिम कुंभ मेले में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु, साधु संत और कथावाचक राजिम पहुंचते हैं. मेले के पहले दिन सुबह से ही श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाते नजर आए. पैरी, सोंढूर और महानदी इन तीन नदियों के संगम स्थल पर मेले के पहले दिन उमड़ने वाली भीड़ देखते ही बन रही है. राजिम त्रिवेणी संगम पर ये राजिम कुंभ मेला हर साल आयोजित होता है.

महाशिवरात्री तक चलेगा मेला: दरअसल, त्रिवेणी संगम के एक तट पर भगवान विष्णु श्री राजीवलोचन विराजमान हैं. दूसरे तट पर सप्तऋषियों में से एक लोमश ऋषि का आश्रम मौजूद है. त्रिवेणी संगम के बीच खुद महादेव कुलेश्वरनाथ के रुप में स्थापित है. वैसे तो श्रद्धालु साल भर यहां पहुंचते हैं. हालांकि राजिम कुम्भ मेले के समय श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है. इस बार माघी पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक राजिम कुंभ मेला चलेगा.

सीएम साय ने दी बधाई: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 24 फरवरी से शुरू हो रहे राजिम कुंभ कल्प और शिवरीनारायण मेले की प्रदेशवासियों को बधाई दी. साय ने कहा है कि, "छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रसिद्ध राजिम में आयोजित होने वाला राजिम कुंभ मेला छत्तीसगढ़ की आस्था का प्रतीक है. राज्य सरकार राजिम कुंभ की विशिष्टता और भव्यता को उसके मूल स्वरूप में लौटाने जा रही हैं. इसके लिए ’राजिम माघी पुन्नी मेला’ को ’राजिम कुंभ कल्प’ का नाम दिया है. राजिम कुंभ कल्प इस साल 24 फरवरी माघपूर्णिमा से 8 मार्च महाशिवरात्रि तक आयोजित होगा. इस साल राजिम कुंभ कल्प को रामोत्सव के तौर पर मनाया जाएगा."

बताया जा रहा है कि इस बार अयोध्या राममंदिर की थीम पर राजिम कुंभ मेले का आयोजन हुआ है. इस बार के कुंभ को रामोत्सव राजिम कुंभ का नाम दिया गया है. यहां अलग-अलग राज्यों से संत महात्मा पहुंच रहे हैं. भक्तों की भीड़ को देखते हुए यहां तकरीबन 15सौ से अधिक जवानों की तैनाती के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

सिरपुर महोत्सव का भी हुआ शुभारंभ: सिरपुर महोत्सव की भी शुरुआत हो चुकी है. इस फेस्टिवल में कई नामी हस्तियां शिरकत कर रही है.

Ramaram Of Sukma: 'राम वन गमन पथ' के रूप में विकसित हो रहा सुकमा का रामाराम मंदिर
Rajim Maghi Punni Mela 2023 : छत्तीसगढ़ का प्रयाग और माघी पुन्नी मेले का धार्मिक महत्व
CM Baghel Worshiped On Mahashivaratri राजिम माघी पुन्नी मेले का समापन आज,सीएम भूपेश होंगे शामिल
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.