राजगढ़: अक्सर हमने फिल्मों में ही देखा है कि कोई भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी किसी भी तरह के माफिया का पीछा या इसे पकड़ने की कोशिश करता है तो विलेन के लोग उस पर हमला करते हैं. जब वे कामयाब नहीं होते तो अधिकारी को फोन करके धमकी भी दी जाती है. लेकिन राजगढ़ में ये फिल्मी कहानी असल में भी हुई है. जिसके प्रत्यक्षदर्शी व फरियादी स्वयं एक नायब तहसीलदार हैं. जिन्होंने पूरी घटना लिखित में पुलिस को सौंपी है और सम्बन्धित लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कराया है.
नायब तहसीलदार के वाहन के आगे फेंकी रेत
दरअसल, शनिवार को टप्पा कार्यालय संडावता में पदस्थ नायब तहसीलदार सुरेश सिंह ने 16 अगस्त को उनके साथ हुए घटनाक्रम के वीडियो और एफआईआर की कॉपी मीडिया के समक्ष साझा करते हुए बताया कि, ''वे 16 अगस्त को दोपहर 12ः00 बजे के लगभग अपने शासकीय वाहन क्रमांक एमपी 42 टी 1205 से अपने कार्यालय संडावता जा रहे थे. इसी दौरान संडावता सारंगपुर मुख्य मार्ग पर हराना जोड़ के पहले उनकी गाड़ी के आगे महिन्द्रा 575 डीआई ट्रैक्टर चल रहा था. ट्राली में रेत भरी हुई थी, ट्रैक्टर पर ड्राइवर के साथ एक अन्य व्यक्ति भी बैठा था. ड्रायवर उनकी गाड़ी को देखकर ट्राली को हाइड्रोलिक की मदद से ऊंची कर रेत को नायब तहसीलदार की गाड़ी के आगे मार्ग पर फैलाने लगा. जिसका उन्होंने मोबाइल से वीडियो बना लिया.''
रेत माफिया के ट्रैक्टर ने मारी वाहन को टक्कर
नायब तहसीलदार ने देखा कि, 8 अगस्त को उन्होंने जिस अवैध खनन के संबंध में कार्यवाही की थी. उस ट्रैक्टर ड्राइवर में से एक व्यक्ति ट्रैक्टर चला रहा था, व एक ट्रैक्टर पर बैठा था. दोनों व्यक्तियों को उन्होंने पहचान लिया. ट्रैक्टर चला रहे व्यक्ति का नाम पवन भिलाला पिता करण सिंह भिलाला और जो ट्रैक्टर पर जो बैठा था उसका नाम नीरज पिता शिवनारायण भिलाला निवासी खजूरिया घाटा है. नायब तहसीलदार ने पवन भिलाला से कहा कि तुम रेत लेकर कहां जा रहे हो. यह पूछने पर पवन भिलाला ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी, जिससे वाहन का कांच टूट गया और उनको भी जोर का झटका लगा.
नायब तहसीलदार को फोन कर धमकाया
टक्कर मारने के पवन भिलाला ट्रैक्टर को तेज गति से भगा कर दयाखेडी तरफ मुड गया. जिसका नायब तहसीलदार ने पीछा किया और पुलिस को मामले की सूचना दी. उन्होंने ट्रैक्टर का पीछा करना जारी रखा, आगे जाकर ट्रैक्टर एक खेत में फंस गया है और मौके से दोनों आरोपी ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गए. नायब तहसीलदार ने बताया कि, इसी दौरान मेरे मोबाइल नंबर पर 16 अगस्त की दोपहर 12ः27 बजे फोन आया. फोन करने वाले ने कहा कि ''मैं भगवान सिंह पाल खजूरिया घाटा से बोल रहा हूं. क्या आपने मेरे ट्रैक्टर ट्रॉली को रोका है. इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि, मैंने अवैध रेत परिवहन करते हुए एक ट्रैक्टर ट्राली को रोका है.''
नायाब तहसीलदार को दी धमकी
फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि, ''आपने 8 अगस्त को मेरे 2 ट्रैक्टर ट्रॉली पर कार्रवाई की थी. आप मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, मेरी ऊपर तक बहुत पहचान है. मेरे साथ और भी बहुत लोग हैं. आंइदा मेरे ट्रैक्टर ट्रॉली रोकने का प्रयास किया तो स्पॉट पर ही ट्रैक्टर चढ़वा कर जान से खत्म करवा दूंगा. साथ ही मौके पर ट्रैक्टर ट्राली छोड़ने का दबाव बनाने लगा.'' इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि, ''जो उचित कार्यवाही है वह तो मैं करूंगा. फिर मौके पर पुलिस व ग्रामवासियों की मदद से ट्रैक्टर ट्राली जप्त कर थाने लाकर सुरक्षित खड़ा करवा दिया. मामले में लीमा चौहान थाना प्रभारी अनिल राहोरिया ने बताया कि, ''नायब तहसीलदार सुरेश सिंह के प्रतिवेदन पर आरोपी पवन भिलाला, नीरज भिलाला और भगवान सिंह पाल के विरुद्ध बीएनएस की गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है. मामले में कार्रवाई की जा रही है.