राजगढ़: सोमवार को देशभर में रक्षाबंधन का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है. वहीं, राजगढ़ जिला मुख्यालय में इस पर्व के लिए उप जेल अधीक्षक राकेश मोहन उपाध्याय के नेतृत्व में विशेष तैयारियां की गई हैं. जिसमें बहनों को अपने भाईयों के साथ सामने बैठकर राखी बांधने का मौका दिया गया. ऐसे में जिला जेल के बाहर बहनों की भीड़ देखने को मिली और कुछ बहने भावुक भी होती हुई नजर आई.
राखी बांधने जेल पहुंची बहनें
राजगढ़ जिला जेल के बाहर अपने भाईयों को राखी बांधने पहुंची बहनों का जेल प्रशासन ने रजिस्ट्रेशन कराया और मुख्य द्वार से अंदर प्रवेश दिया. जिसके बाद महिला जेल प्रहरी ने सभी बहनों की जांच पड़ताल की उसके बाद जेल प्रांगण के अंदर जाने की अनुमति दी गई. जहां बहनों ने जेल में बंद अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी और उसकी लंबी उम्र की कामना के साथ भाईयों से अच्छे कर्म करने के वचन भी लिए.
कैमरे के सामने भावुक हुई बहन
रक्षाबंधन के अवसर पर जेल में बंद भाईयों के बाहर आने का इंतजार कर रहे बहनों के लिए जेल प्रशासन ने जेल के अंदर ही राखी का पर्व मनाने का मौका दिया. इस बीच बहनों ने कामना किया कि उनके भाई जल्द ही जेल से बाहर आएं और आगामी पर्व घर पर खुशी से मनाएं. ईटीवी भारत से बात करते हुए एक बहन अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई और कैमरे के सामने भावुक हो गई. उन्होंने कहा कि, ''वो अपने भाई से वचन लेंगी की वह ऐसा कोई काम दोबारा न करे कि उसे कभी फिर से जेल में आना पड़े."
'भाई-बहन के मिलन का पर्व है रक्षाबंधन'
जेल उप अधीक्षक राकेश मोहन उपाध्याय ने बताया कि "प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी जेल में बंद बंदियों के लिए राखी के पावन पर्व पर विशेष व्यवस्था की गई है. जिसमें स्थानीय, पुलिस और ट्रैफिक पुलिस प्रशासन सहित जेल के समस्त स्टाफ का भी विशेष सहयोग मिला है." वहीं, बहनों के भावुक होने पर उपाध्याय कहते है कि "ये क्षण बिछड़े हुए भाई-बहन और माताओं के साथ छोटे बच्चों के मिलन का होता है. इसलिए इस क्षण में माता बहने अपने आंसू रोक नहीं पाती."