राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला अस्पताल में बीते दिनों एएसआई के साथ हुई मारपीट मामले के मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जुलूस निकाला है. घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के आदेश दिए हैं. डॉक्टरों ने अपने सेल्फ डिफेंस के लिए बंदूक के लाइसेंस की मांग की है.
जिला अस्पताल में डॉक्टर से बहस करने लगे आरोपी
बुधवार को प्रेस वार्ता करते हुए एसडीओपी दिनेश शर्मा ने बताया, ''5 नवंबर की रात को जिला अस्पताल राजगढ़ में डॉक्टर अपने ड्यूटी रूम पर थे. इस दौरान उनके साथ सहायक उप निरीक्षक जैल सिंह और अमृतलाल भी मौजूद थे. देर रात संजीव त्रिपाठी नामक व्यक्ति अपनी मां को इलाज के लिए अस्पताल में लेकर आया और बहस करके वापस चला गया. थोड़ी देर बाद संजीव अपने 3 साथियों (अश्विन सोनी, हरीश गिरी और दीपेंद्र सिंह) के साथ वापस जिला अस्पताल आया. डॉक्टर से नाम पूछने को लेकर बहस और अभद्र व्यवहार करने लगा.''
आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
एसडीओपी ने आगे बताया, ''जिला अस्पताल चौकी में पदस्थ एएसआई जेल सिंह ने उसे बहस करने से मना किया तो चारों आरोपियों ने जेल सिंह के साथ मारपीट कर दी. इसके बाद उनकी जेब में रखे हुए पर्स में से 1 हजार रुपए और मोबाइल छीन लिया. एएसआई की शिकायत पर कोतवाली थाने में चारों आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया. चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मेडिकल के पश्चात न्यायालय में पेश किया है.'' पुलिस ने चारों आरोपियों को लेकर शहर की गलियों में जुलूस निकाला है.
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जिला अस्पताल की बढ़ाई गई सुरक्षा
साथ ही एसडीओपी ने कहा, ''राजगढ़ जिला अस्पताल में एक सप्ताह में डॉक्टर से अभद्रता का यह दूसरा मामला है, जिसके पश्चात राजगढ़ एसपी आदित्य मिश्रा ने 3 अलग-अलग शिफ्ट में 15 पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी है.'' वहीं, राजगढ़ जिला अस्पताल में पदस्थ पीडियाट्रिक्स डॉ. आर एस माथुर ने बताया, ''हाल ही में हुई दो घटनाओं के बाद डॉक्टरों में जहां रोष है. हमें डर भी है, जिसके लिए हम अपनी स्वयं की सुरक्षा के लिए राजगढ़ कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर अपने लिए बंदूक के लाइसेंस की मांग करेंगे. ताकि वक्त आने पर वह अपनी स्वयं की रक्षा कर सकें.''