शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के ‘‘भुट्टो को कुट्टो’’ वाले बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल भड़के नजर आए. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री का यह बयान माफी के काबिल भी नहीं है. अब प्रदेश की जनता ऐसे अहंकारी व्यक्ति को सत्ता से हटाकर ही दम लेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री पर अराजकता फैलाने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, सीएम ने इस तरह का बयान देकर ये संदेश दिया है कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान कांग्रेस सरकार अराजकता, गुंडागर्दी और दादागिरी से चलेगी. वहीं, प्रदेश में व्यवस्था कानून से नहीं चलेगी. हिमाचल में सिर्फ मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी की तानाशाही से चलेगी.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा, "कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री की अराजकता फैलाने वाली पॉलिसी के कारण ही चंबा में दलित युवक की नृशंस हत्या हुई. उस युवक के 8 टुकड़े कर नाले में फेंक दिया गया, लेकिन मुख्यमंत्री और सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. क्योंकि खुद मुख्यमंत्री अराजकता फैला रहे हैं. प्रदेशभर में एक साल में 500 से ज्यादा हत्याएं, 1000 के लगभग महिलाओं से अनाचार और दुराचार के मामले और 2000 से ज्यादा सिंथेटिक ड्रग के मामले केवल मुख्यमंत्री की इस दादागिरी वाली सोच का नतीजा है."
डाॅ. बिंदल ने कहा, "कांग्रेस के विधायक आखिर कांग्रेस के खिलाफ क्यों गए? उसका जवाब भी मुख्यमंत्री ने स्वयं दे दिया कि वे विधायकों को कुछ नहीं समझते, उनको जूते की नोक पर रखना चाहते हैं. वे प्रदेश की जनता को लगातार ठगने का काम कर रहे हैं. इसी वजह से 43 विधायकों के साथ चली सरकार 34 पर पहुंच गई".
डाॅ. बिंदल ने कहा, "मुख्यमंत्री का जनसभा में बयान इस बात का द्योतक है कि सरकार और मुख्यमंत्री बौखलाहट में है, घबराहट में है और मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. क्योंकि 18 महीने में प्रदेश में सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार ने जनहित का एक भी काम नहीं किया, अगर किया होता तो अपने काम के दम पर चुनावी जनसभाओं में जाते और जनता से काम के दम पर वोट मांगते. लेकिन हार के डर से कांग्रेसी अपना आपा खो बैठे हैं और भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई सरकार जनता को ठगने वाली केवल गालियां देकर दूसरों के ऊपर आरोप लगाकर जनता को डरा धमका कर वोट लेने में जुट गई है".
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