जयपुर. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार 22 अगस्त से 26 अगस्त तक फिर से प्रदेश में भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है. फिलहाल मानसून की ट्रफ लाइन की दिशा बदलने से अगले 2 दिन पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना नहीं है, जबकि कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही पश्चिमी राजस्थान के ज़्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क रहने या हल्की से मध्यम बारिश होने की ही संभावना है. मंगलवार 20 अगस्त के मौसम की बात करें तो कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर संभागों में कहीं-कहीं पर बारिश हो सकती है. वहीं बीकानेर और जोधपुर संभागों में भी बारिश की संभावना है.
यहां होगी भारी बारिश : 22 से 26 अगस्त तक उदयपुर और कोटा संभाग में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है . राजस्थान में 24, 25 और 26 अगस्त को कोटा और उदयपुर संभाग में भारी बारिश होने की संभावना है. हालांकि बाकी इलाकों में सामान्य बारिश होगी. वहीं 23 से 26 अगस्त के दौरान कोटा, उदयपुर संभाग में पुनः भारी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की प्रबल संभावना है.
पढ़ें: बारिश बनी आफत, चारों ओर जलभराव, जानिए डीडवाना के इस गांव का हाल
फिलहाल सुस्त पड़ा है मानसून : प्रदेश में औसत बारिश से 50.45 फीसदी ज्यादा बरसने के बाद मानसून का दौर अब सुस्त पड़ गया है. बीते 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान ने के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर चला. इस दौरान अलवर, भरतपुर, गंगापुर सिटी, कोटपूतली और बहरोड में बारिश हुई. पिछले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश भरतपुर के भुसावर में 63 मिमी दर्ज की गई, जबकि नाथद्वारा में 58, दौसा के बैजुपुरा में 55 मिमी बारिश हुई. जयपुर में सोमवार को कुछ इलाकों में दोपहर तो कुछ में शाम को बारिश हुई. इस बीच मंगलवार और बुधवार के दो दिन और मौसम साफ रहने की संभावना है.
जैसलमेर हुआ तर बतर : जैसलमेर में पिछले हफ्ते हुई बरसात के बाद कई इलाके तरबतर हो गए हैं. बरसात में सम पूरी तरह से पानी में डूबा है. यहां अब तक यहां करीब 560 एमएम बारिश हो चुकी है. इससे पहले 2022 में करीब 350 एमएम बरसात हुई थी. आम तौर पर सम में कभी भी 200 एमएम से ज्यादा बरसात नहीं होती है, लेकिन इस साल बरसात ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पोकरण के पास नजदीक धूड़सर सोलर और थर्मल प्लांट भी डूब गया है. 1100 एकड़ में फैले प्लांट में 125 मेगावाट का थर्मल और 40 मेगावाट का सोलर प्लांट है. इसके अलावा इलाके की निंबा, बीदा, सगरो की बस्ती, मेणुओं की बस्ती, मतुओं की बस्ती और मेघवालों की बस्ती में जल भराव की स्थिति बनी हुई है.
दौसा-करौली में सबसे ज्यादा बारिश : राज्य में इस बार दौसा और करौली में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. एक जून से 18 अगस्त तक दौसा के महवा में 1584 मिमी यानी 63 इंच और करौली में 1516 मिमी यानी 60 इंच बारिश हुई है. इसके अलावा दौसा में 1210, श्रीमहावीरजी में 1252, बारां के भंवरगढ़ में 1059, लालसोट में 1019, सपोटरा में 1097, टोंक दूनी में 1142 और टोंक नगर फोर्ट में 1024 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि राजधानी जयपुर में बीते ढाई महीने के दौरान 1040 मिली मीटर बारिश हो चुकी है.