अजमेर : रविवार को दो दिवसीय राजस्थान स्टेट ओपन चेस टूर्नामेंट अंडर 15 गर्ल्स एंड बॉयज का समापन हुआ. शतरंज के बोर्ड पर 6 वर्ष से 15 साल के खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी को शह और मात देने में उत्साहित नजर आए. बॉयज वर्ग में अर्णव गुप्ता और गर्ल्स वर्ग में जयपुर की श्रेष्ठता जैन टूर्नामेंट के चैंपियन रहे.
अजमेर के वैशाली नगर में छतरी योजना स्थित जैन संत आचार्य विद्यासागर की तपोवन परिसर में राजस्थान स्टेट ओपन चेस टूर्नामेंट अंडर 15 गर्ल्स एंड बॉयज टूर्नामेंट का दो दिवसीय आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. चीफ ऑर्बिटर एसएम काज़मी की निगरानी में हुए टूर्नामेंट में 16 जिलों के 160 खिलाड़ियों ने भाग लिया, यानी स्टेट ओपन अंडर 15 टूर्नामेंट में पहली बार इतनी तादात में खिलाड़ी खेलने के लिए अजमेर आए. आध्यात्मिक स्थान और शांत माहौल में खिलाड़ियों को भी टूर्नामेंट में खेलने में मजा आया. टूर्नामेंट में हर खिलाड़ी ने 7 राउंड अलग अलग प्रतिद्वंदी के साथ खेले. इस टूर्नामेंट में 7 से 15 वर्ष तक की आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने चेस बोर्ड पर अपने जौहर दिखाए और अपने प्रतिद्वंदी को शह और मात देने के लिए दमखम लगा दिया. शनिवार को टूर्नामेंट की शुरुआत हुई. पहले दिन चार राउंड हुए. वहीं, रविवार को तीन राउंड में रोचक मुकाबले हुए. इस दौरान कई अच्छे खिलाड़ी पिछड़ गए. वहीं, कई नए खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी चौंकाने वाला रहा.
नेशनल टूर्नामेंट में राजस्थान का प्रतिनिधित्व : अजमेर जिला शतरंज एसोसिएशन के सचिव नृसिंह दाधीच ने बताया कि दो दिवसीय टूर्नामेंट में गर्ल्स कैटेगरी में जयपुर की श्रेष्ठता जैन प्रथम स्थान पर रही. वहीं, उदयपुर की अद्विका सर्वप्रिया द्वितीय, भीलवाड़ा की शिवांगी राठौड़ और जोधपुर की याशा कलवानी चौथे स्थान पर रही. इधर, बॉयज वर्ग में जयपुर के अर्णव गुप्ता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है. द्वितीय स्थान पर जयपुर के ओजस जोशी, तृतीय स्थान पर अजमेर के ओजस माहेश्वरी और चौथे स्थान पर अजमेर के हार्दिक शाह रहे. दाधीच ने बताया कि बॉयज और गर्ल्स वर्ग में प्रथम चार खिलाड़ियों का चयन नेशनल टूर्नामेंट के लिए किया गया है. यह खिलाड़ी आगामी दिनों में तमिल नाडु में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे. उन्होंने बताया कि सीनियर नेशनल ऑर्बिटर निकिता जैन और उदित याग्निक ने सराहनीय भूमिका निभाई. वहीं, संध्या भार्गव, नीलिमा दाधीच समेत 5 सदस्य समिति ने व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाला.