जयपुर. प्रदेश में चुनावी सीजन खत्म होने के साथ ही अब भर्तियों का सीजन शुरू होगा. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 22 जून भर्ती परीक्षाओं का सिलसिला शुरू किया जाएगा, जो अगले साल 10 जनवरी तक चलेगा. कर्मचारी चयन बोर्ड ने मंगलवार को ही 31 भर्ती परीक्षाओं के शेड्यूल के साथ संशोधित परीक्षा कैलेंडर जारी किया है. इनमें से अधिकतर भर्ती परीक्षाएं सीबीटी कम ओएमआर मोड पर आयोजित कराई जाएगी. हालांकि, बुधवार को बोर्ड की ओर से एक संशोधित विज्ञप्ति जारी करते हुए ये स्पष्ट किया गया कि एक से अधिक चरणों में आयोजित कराई जाने वाली भर्ती परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई जाएगी. कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने स्पष्ट किया कि नॉर्मलाइजेशन सिस्टम लागू जरूर किया जा रहा है, लेकिन परीक्षा से पहले ही इस प्रकिया में अपनाए जाने वाले फार्मूले को सार्वजनिक कर दिया जाएगा.
इन भर्ती परीक्षा में अपनाई जाएगी नॉर्मलाइजेशन प्रकिया
भर्ती का नाम | पदों की संख्या |
पशु परिचर सीधी भर्ती | 5934 |
पर्यवेक्षक (महिला अधिकारिता) सीधी भर्ती | 176 |
छात्रावास अधीक्षक ग्रेड-II सीधी भर्ती (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग) | 335 |
पर्यवेक्षक (महिला) (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) सीधी भर्ती | 202 |
छात्रावास अधीक्षक सीधी भर्ती (अल्पसंख्यक मामलात विभाग) | 112 |
पर्यवेक्षक (महिला) सीधी भर्ती | 209 |
लिपिक ग्रेड-II/ कनिष्क सहायक संयुक्त सीधी भर्ती | 4197 |
शीघ्र लिपिक/ निजी सहायक ग्रेड-II संयुक्त सीधी भर्ती | 474 |
कनिष्ठ अनुदेशक (4 ट्रेड) सीधी भर्ती | 679 |
कनिष्ठ अनुदेशक (16 ट्रेड) सीधी भर्ती | 1821 |
बता दें कि अमूमन नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया में पेपर के कठिन और सरल होने का स्तर तय कर अंक निर्धारित किए जाते हैं, यानि परीक्षा में किसी चरण में पेपर कठिन आया और किसी चरण में पेपर आसान आया तो एवरेज निकाला जाता है और जिस चरण में ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं. उसके अनुसार कम अंकों वाली शिफ्ट में अतिरिक्त अंक जोड़कर बराबरी पर लाया जाता है.