उदयपुर. अरावली विचार मंच की ओर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के समक्ष मेवाड़-वागड़ के विकास को लेकर तैयार किए गए प्रस्तावों की रिपोर्ट पेश की. बजट प्रस्तावों पर विचार के लिए आयोजित बैठक में उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. मन्नालाल रावत के निर्देशन में तैयार किए गए मेवाड़ विचार मंच के इन प्रस्तावों को रखा.
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इन प्रस्तावों की सराहना की. जनजाति विकास विभाग के मंत्री बाबूलाल खराड़ी, वित्त विभाग के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की उपस्थिति में पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि आगामी बजट में इन प्रस्तावों के अनुरूप कार्य स्वीकृत करने के भरपूर प्रयास करेंगे. मंच के संयोजक चन्द्रगुप्त सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने इन प्रस्तावों को बैठक में रखा. प्रतिनिधि मंडल में डॉ. बालूदान बारहठ, मनोज जोशी, नारायण निनामा, डॉ. केसरीमल, सुरेंद्र बरांडा, राकेश डामोर सहित अन्य सदस्य शामिल थे.
इन प्रस्तावों पर बनी सहमति : अरावली विचार मंच के पवन त्रिवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित इस बैठक में जाखम का पानी जयसमंद झील में लाने, अरावली पर्वत श्रृंखला के संरक्षण, वनोपज, राजस्थान की नदियों का अधिशेष पानी जो व्यर्थ बहकर गुजरात जा रहा है, उसे रोकने के लिए स्थानीय नदियों व तालाबों का वाटर ब्रिज बनाने, वन विज्ञान केंद्र की स्थापना पर सहमति बनी.
इसके साथ ही जनजाति बालकों को भारतीय सेना में भर्ती के लिए सैनिक स्कूल की तर्ज पर शिक्षण संस्थानों को तैयार करने, उदयपुर में कौशल विकास केंद्र की स्थापना, सुखाड़िया विश्व विद्यालय में जनजाति अध्ययन केंद्र व बांसवाड़ा के जनजाति विश्वविद्यालय में गोविंद गुरू की प्रतिमा स्थापित करने व उदयपुर में खनिज विश्वविद्यालय स्थापित करने पर सैद्धान्तिक सहमति बनी.