जयपुर : राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने तीन जिलों में वांछित 37000 रुपए के इनामी को पकड़ने में सफलता हासिल की है. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की टीम ने भीलवाड़ा के मंडल थाना क्षेत्र में एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के मामले में वांछित चल रहे भीलवाड़ा निवासी आरोपी नारायण जाट को पकड़ा है. आरोपी 16 साल से पुलिस को चकमा दे रहा था.
एडीजी क्राइम और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन के मुताबिक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के मामले में भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और जोधपुर ग्रामीण जिले में वांछित 37 हजार रुपये के इनामी बराणा थाना आसींद जिला भीलवाड़ा निवासी स्थाई वारंटी नारायण जाट को मांडल थाना क्षेत्र से डिटेन किया है. जिसके बारे में संबंधित थाना पुलिस को सूचना दे दी गई है.
इसे भी पढ़ें - एक्शन में डूंगरपुर पुलिस, एक दिन में दबोचे 156 अपराधी - Dungarpur Police Action
एडीजी क्राइम और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन ने बताया कि आरोपी नारायण जाट भीलवाड़ा जिले में थाना आसींद के वर्ष 2008 और चित्तौड़गढ़ जिले के थाना निंबाहेड़ा में वर्ष 2009 के एनडीपीएस एक्ट के मामले में स्थाई वारंटी है. वही जोधपुर ग्रामीण जिले के थाना बालेसर में वर्ष 2018 के एनडीपीएस एक्ट के मामले में 35 हजार तथा भीलवाड़ा के थाना आसींद में 2023 के आर्म्स एक्ट के मामले में 2000 रुपये का इनामी है.
प्रदेश में वांछित बदमाशों और तस्करों की जानकारी और धरपकड़ के लिए उपमहानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम वर्मा के सुपरविजन में गठित की गई. विभिन्न टीमों को प्रदेश के सभी शहरों में रवाना किया गया है. आसूचना संकलन के दौरान पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में गठित की गई.
इसे भी पढ़ें - डूंगरपुर पुलिस का एरिया डोमिनेशन अभियान, 201 शातिरों को दबोचा - Dungarpur Police Action
टीम में भीलवाड़ा जिले से अटैच सदस्यों कांस्टेबल विजय सिंह और गोपाल धाबाई को सूचना मिली कि 16 साल से पुलिस को चकमा दे रहा तस्कर नारायण जाट मध्यप्रदेश के इंदौर, धार और रतलाम की तरफ फरारी काट रहा है. वहीं, वो भीलवाड़ा की तरफ आएगा. सूचना को टीम ने डवलप कर शनिवार को मध्यप्रदेश से भीलवाड़ा आते समय आरोपी को मांडल थाना क्षेत्र में दबोच लिया. आरोपी के पकड़े जाने की सूचना संबंधित थाना पुलिस को दी गई है.
इस कार्रवाई में भीलवाड़ा जिले से अटैच कांस्टेबल गोपाल धाबाई और विजय सिंह की विशेष भूमिका रही. टीम में एएसआई बनवारी लाल, हेड कांस्टेबल रामनिवास, हेमंत शर्मा राकेश जाखड़, कांस्टेबल भूपेंद्र शर्मा, गंगाराम, देवेंद्र सिंह, जितेंद्र कुमार और कांस्टेबल चालक दिनेश कुमार शामिल थे.