जयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर परिणाम को लेकर बवाल देखने को मिला. भाजपा प्रत्याशी राव राजेंद्र सिंह के जीत की घोषणा होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा के समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैलेट पेपर मतगणना पर सवाल उठाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस की ओर से बैलेट पेपर मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया.
इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक मनीष यादव, अभिमन्यु पूनिया, रामनिवास गावड़िया, विद्याधर चौधरी समेत कांग्रेस के कई नेता भी कॉमर्स कॉलेज के बाहर पहुंचे, जहां पर पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाला. पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा. जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के परिणाम आने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा ने आपत्ति दर्ज करवाई. कॉमर्स कॉलेज के बाहर कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर बैलेट पेपर मतगणना में गड़बड़ी के आरोप लगाए. भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता मौके पर बुलाया गया. पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और भीड़ को खदेड़ने का प्रयास किया गया.
कांग्रेस विधायक मनीष यादव ने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीत गई थी, लेकिन साजिश के तहत हराया गया है. जयपुर ग्रामीण सीट पर काफी समय से कब मार्जिन पर संशय बना रहा. ईवीएम की मतगणना बहुत पहले कंप्लीट हो गई थी, जिसमें हम करीब 6000 वोटों से जीत गए थे. 3000 पोस्टल बैलेट को खारिज किया गया है. मतगणना पर संदेह है. इतनी संख्या में पोस्टल बैलट कभी खारिज नहीं हो सकता.
ईवीएम में हमारी अच्छी जीत हुई और उसके बाद पोस्टल बैलेट में 3000 मतपत्र खारिज कर दिए गए. ऐसे में संदेह की स्थिति पैदा हो रही है. हमारी मांग है कि मतगणना सही करवाई जाए और हमारे कांग्रेस प्रत्याशी को विजई घोषित किया जाए. रिटर्निंग अधिकारी से अपील की है कि हमारे दो से तीन प्रतिनिधियों को बुलाकर प्रत्याशी के सामने संतुष्ट किया जाए. कांग्रेस के कार्यकर्ता और प्रत्याशी के समर्थक मजबूती के साथ खड़े हुए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी आए थे, उन्होंने भी कलेक्टर से बात की. हमारी मांगे की फेयर रिजल्ट घोषित किया जाए.
कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा चुनाव जीत चुका था, करीब 1800 वोटों की बढ़त थी, लेकिन बाद में कांग्रेस प्रत्याशी की हार होना संदेह पैदा कर रहा है. उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. हमारी बात कोई सुनने को भी तैयार नहीं है. अनिल चौपड़ा को तानाशाही रवैया से हराने का काम किया गया है. हमें प्रत्याशी से भी मिलने नहीं दिया गया.