चित्तौड़गढ़. जिले के भूपाल सागर उपखंड क्षेत्र के आकोला नगर पालिका के एक वार्ड में ग्रामीणों के मतदान के बहिष्कार से प्रशासन में खलबली मच गई. दोपहर 1:30 बजे तक एक भी मतदाता मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचा था. सूचना पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे.
रोड निर्माण के आश्वासन पर शाम 4 बजे प्रशासन की मेहनत रंग लाई और ग्रामीण मतदान के लिए राजी हो पाए. चुनाव प्रचार में भी भाजपा प्रत्याशी सीपी जोशी को यहां ग्रामीणों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. आकोला वार्ड नंबर 19 में राजपूतों के सैकड़ों वोट हैं. चुनाव प्रचार के दौरान मतदान बहिष्कार की चेतावनी दी गई और जोशी को बैरंग लौटना पड़ा. वार्ड के लोगों की मांग थी कि 10 साल होने के बावजूद उनके गांव में रोड नहीं बनी. जोशी के काफिले को रोककर रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया.
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इस दौरान ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक और सांसद के सामने अपनी मांगे रखी थी. ग्रामीणों का आरोप है कि हमें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला, नगरपालिका की भी बेरुखी रही. इससे गांव के लोगों का आक्रोश और भी भड़क गया और अपनी चेतावनी के अनुरूप एक भी मतदाता आज मतदान के लिए नहीं पहुंचा. बूथ क्रमांक 209 पर सन्नाटा पसरा रहा. सूचना पर जोनल मजिस्ट्रेट कन्हैया लाल मेनारिया मौके पर पहुंचे. समझाइश करने पर भी ग्रामीण नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे.
जोनल मजिस्ट्रेट मेनारिया के अनुसार दोपहर 1:30 बजे तक एक भी वोट नहीं डाला गया. इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराने के बाद समझाइश की गई. भूपाल सागर तहसीलदार अंकित समरिया भी पहुंचे. अंततः उनके आश्वासन पर करीब 4 बजे ग्रामीण मतदान के लिए राजी हुए और मतदान शुरू किया.