जयपुर. दलितों के आरक्षण में कटौती करके मुस्लिम समाज को आरक्षण देने का मुद्दा भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हथियार के रूप में इस्तेमाल कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद भाजपा के तमाम नेता इसी लाइन पर कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं. लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने भी एक बार फिर दोहराया कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के कारण मुस्लिम आरक्षण की बात करती है. संविधान निर्माता ने इसे सिरे से खारिज किया था, लेकिन कांग्रेस इस मोह से अभी भी बाहर नहीं निकल रही है.
कांग्रेस ने मजहब पर आधारित आरक्षण की बात की : लोकसभा चुनाव प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने तंज कसा कि कांग्रेस मजहब पर आधारित आरक्षण की बात करती है, जबकि संविधान निर्माताओं ने इसे सिरे से खारिज किया था. कांग्रेस इस मोह से बाहर नहीं निकल रही. वोटबैंक की राजनीति के कारण कांग्रेस मुस्लिम आरक्षण की बात करती है. परिवारवादी पार्टियां जन्म के आधार पर भेदभाव को बढ़ावा देती है. मजहब पर आधारित आरक्षण की बात पर संविधान सभा में भी चर्चा हुई थी और बहुत सोच विचार करते हुए मजहब पर आधारित आरक्षण को देश के संविधान निर्माता ने सिरे से खारिज कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी का जिक्र किया. जो कांग्रेस और उनके इंडी अलाएंस को रास नहीं आ रहा है. कर्नाटक में कांग्रेस इस प्रयोग को करने की कोशिश भी, लेकिन उनके मंसूबों में वो कामयाब नहीं हो सके.
कम वोटिंग भी भाजपा के पक्ष में : पहले चरण में कम वोटिंग पर विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि ये चिंता की बात है कि मतदाता घर से बहार नहीं निकला, लेकिन इसका भाजपा को नुकसान नहीं है. उन्होंने दावा किया कि वोटिंग कम होने के बावजूद भी हमारे पक्ष में वोटिंग ज्यादा हुई है. बीजेपी एक बार फिर राजस्थान में सभी 25 सीटें जीतेगी. उन्होंने दूसरे चरण के लिए मतदाताओं से 26 अप्रैल को मतदान करने की अपील की. वोटिंग प्रतिशत कम होने पर कहा भाजपा का पूरा वोट पड़ा है. भाजपा फिर भी वोटिंग बढ़ाने का प्रयास करेगी. इसको लेकर अभियान चलाया जाएगा. साथ ही पार्टी के कार्यकर्ता कोशिश करेंगे कि मतदाता मतदान करने आएं. चुनाव प्रचार से वसुंधरा राजे की दूरी पर सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि भाजपा की सबका साथ सबका विकास पर आधारित रणनीति रही है. राजे पहले चरण में धार्मिक आयोजन में लगीं थीं. दूसरे चरण में दो-तीन कार्यक्रम बने थे, लेकिन वो अपने बेटे के चुनाव में ज्यादा लगी रहीं. इसे किसी तरह की नाराजगी से जोड़कर नहीं देखना चाहिए.
40 दिनों में केंद्र के 14 वरिष्ठ नेताओं ने किए दौरे : विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि बीजेपी चुनाव को हमेशा गंभीरता से लेती है. इस लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने जीतोड़ मेहनत की है. पिछले 40 दिनों में प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित 14 केंद्र के वरिष्ठ नेताओं ने दौरे किए. इसमें केंद्रीय नेताओं ने 30 सभाएं 10 रोड शो के जरिए सभी 25 लोकसभा सीटों को कवर किया गया. इसके साथ प्रदेश के 51 वरिष्ठ नेताओं ने 144 सभाएं की. बीजेपी परफॉर्मेंस और विकास की राजनीति करती है. उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा के पक्ष में माहौल है, जनता तीसरी बार मोदी को प्रधानमंत्री बनाने को तैयार है. राजस्थान में फिर से 25 सीटों पर हैट्रिक लगने जा रही है.