जयपुर. राजस्थान में सत्ता बदलने के साथ केंद्र सरकार की योजनाओं को गति मिलने लगी है. इसी कड़ी में जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक हुई. मुख्यमंत्री भजन लाल और केन्द्री मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात की मौजूदगी में हुई बैठक में हर घर नल से जल के सपने को साकार करने पर मंथन हुआ, साथ ही कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग बनाने की बात हुई. बैठक में मिशन में अनियमितता बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश.
मिशन मोड पर होगा काम : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन को राजस्थान में मिशन मोड पर संचालित किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा अनुसार सभी पात्र परिवारों को नल से जल देना सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत 'हर घर जल-हर घर नल' के सपने को साकार करने के लिए चल रहे प्रोजेक्ट्स को गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए. शर्मा ने कहा कि गत सरकार के कार्यकाल में मिशन के कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी, जिससे यहां जल जीवन मिशन में 46 फीसदी परिवारों को ही नल कनेक्शन मिल पाया. हमारी सरकार की ओर से मिशन की नियमित समीक्षा की जाएगी, साथ ही मिशन में अनियमितता बरतने वाले जिम्मेदार ठेकेदार एवं अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें : बांसवाड़ा में ईडी की एंट्री, जल जीवन मिशन में ठेकेदार के घर पर की छापेमारी
राजस्थान के हित में जेजेएम में केन्द्र का हिस्सा बढ़ाने का किया आग्रह : मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के कार्यों को अभियान रूप में संचालित करते हुए जिला कलेक्टर्स को एडीएम स्तर के अधिकारी की ओर से इसकी प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग करवाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत होने वाले कार्यों का फील्ड में जाकर निरीक्षण करें, ताकि वास्तविक कार्य और वस्तुस्थिति के बारे में स्थिति स्पष्ट हो. मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पंचायती राज विभाग को विशेष ग्राम सभाएं आयोजित करने के निर्देश किए. मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री से प्रदेश के रेगिस्तानी जिलों में बिखरी हुई आबादी, जल स्रोत से आबादी क्षेत्रों की ज्यादा दूरी, उच्च एफएचटीसी कोस्ट को ध्यान में रखते हुए राजस्थान के हित में फंडिग पैटर्न 50ः50 के स्थान पर रियायत देते हुए 90ः10 करने का आग्रह भी किया.
जल जीवन मिशन से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति में हो रहा बड़ा बदलाव : केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य देश के सभी ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के जरिये नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में निर्धारित गुणवत्ता का पेयजल मुहैया करवाना है. जल जीवन मिशन से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति में बड़ा बदलाव आया है. वर्ष 2019 तक देश में मात्र 16 फीसदी परिवारों के पास ही नल कनेक्शन थे, जबकि जल जीवन मिशन आने के बाद करीब 75 प्रतिशत परिवारों को नल से पानी की आपूर्ति की जा रही है. उन्होंने प्रदेश में जेजेएम के अन्तर्गत कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग और पानी की चोरी रोकने के लिए विशेष कार्य किए जाने पर बल दिया.
जोधपुर की जोजरी नदी का होगा कायाकल्प : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस दौरान केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री को बताया कि जोधपुर में जोजरी नदी को दूषित पानी के नालों से मुक्ति दिलाने, साफ-सफाई एवं इसके सौंदर्यीकरण के लिए राज्य सरकार की ओर से 353 करोड़ रुपये की डीपीआर नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार को भिजवाई गई है. इसमें जोधपुर शहर के कई नालों से नदी में आने वाले गंदे पानी के डायवर्जन, झालामंड एवं नान्दड़ी क्षेत्र में नये एसटीपी प्लांट के निर्माण, नान्दड़ी एवं सालवास के मौजूदा एसटीपी प्लांट को जाने वाली पुरानी एवं जर्जर पाइप लाइनों को बदलने और मौजूदा सीईटीपी के अपग्रेडेशन के कार्य किए जाएंगे.