जयपुर. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वक्तव्य पर सियासी बयानबाजी लगातार जारी है. अब राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकसभा में पीएम मोदी द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी को हताशा का परिचायक बताया है. साथ ही यह भी कहा कि जनता अब उनकी हताशा को जान चुकी है. इसलिए उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.
अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक बयान जारी कर कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के लिए जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. वह उनकी हताशा का परिचायक है. ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री को ना अपने पद और ना ही सदन की गरिमा की चिंता है. जनता उनकी हताशा को जान चुकी है. इसलिए उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.
कल प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने नेता प्रतिपक्ष श्री @RahulGandhi के लिए जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया वह उनकी हताशा का परिचायक है। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री जी को ना अपने पद और ना ही सदन की गरिमा की चिंता है। जनता उनकी हताशा को जान चुकी है इसलिए उन्हें गंभीरता से नहीं लिया…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 3, 2024
हार का एक कारण अनर्गल टिप्पणियां भी : अशोक गहलोत ने भाजपा की हार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनर्गल टिप्पणियों का परिणाम बताया है. उन्होंने आगे कहा कि बांसवाड़ा (राजस्थान) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली में मंगलसूत्र, घुसपैठिया जैसी भाषा में जो भाषण दिया. उसके बाद लगातार 1 जून तक उनके भाषण नकारात्मक रूप से देशभर में चर्चा में रहे. उनकी हार का एक कारण उनकी अनर्गल टिप्पणियां भी रही हैं.