ETV Bharat / state

शरणार्थी हिंदू परिवारों के बच्चों को मिलेगी छात्रवृत्ति, शिक्षा विभाग ने शुरू की कवायद - Refugee Hindu Families - REFUGEE HINDU FAMILIES

Scholarship to Refugee Children, राजस्थान में शिक्षा विभाग अब दूसरे पड़ोसी देशों से आए हिंदू शरणार्थी परिवारों के पढ़ाई कर रहे बच्चों को छात्रवृत्ति देगा. दरअसल, विधानसभा चुनाव के वक्त बीजेपी के संकल्प पत्र में की गई घोषणा के अनुरूप अब शिक्षा विभाग ने सरकार के निर्देशों के बाद इस तरह की कवायद शुरू की है और प्रदेश के जिला कलेक्टरों से इसको लेकर जानकारी मांगी है.

Rajasthan Education Department
राजस्थान शिक्षा विभाग (ETV Bharat Bikaner)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 31, 2024, 8:36 PM IST

बीकानेर. विधानसभा चुनाव 2024 में अपने संकल्प पत्र में की गई घोषणा के बाद के तहत प्रदेश में सत्ता में आई भाजपा सरकार ने अब प्रदेश में रह रहे हिन्दू शरणार्थी परिवारों के अध्यनरत बच्चों को छात्रवृत्ति देने की कवायद शुरू कर दी है. हिंदू शरणार्थी परिवारों के बारे में जानकारी का डाटा जुटाने के लिए शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने प्रदेश के समस्त जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने कलेक्टर को लिखे पत्र में CIMS पोर्टल पर दर्ज संकल्प पत्र के बिन्दु संख्या 13 के अनुसार हिन्दू शरणार्थियों की अध्ययनरत संतानों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के संबंध में जानकारी मांगी है.

पढ़ें : पाक विस्थापितों को अब मिलेगी भारत की नागरिकता, ऑनलाइन आवेदनों की जांच हुई शुरू - Citizenship To Pakistani Refugees

कलेक्टर से मांगी जानकारी : पत्र में शिक्षा निदेशक ने लिखा कि राज्य के विभिन्न जिलों में भारत सरकार से शरण प्रमाण-पत्र (Asylum) प्राप्त हिन्दू शरणार्थी परिवार निवास करते है. अतः आपके जिले में निवासरत ऐसे परिवारों की सूची अग्रांकित प्रारूप में उपलब्ध करवाने का श्रम कराएं. कलेक्टर से मांगी गई इस जानकारी में शिक्षा विभाग के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को भी पाबंद किया गया है और जिला कलेक्टर से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.

  1. प्राफोर्मा के अनुसार मांगी जानकारी
  2. हिन्दू शरणार्थी परिवार के मुखिया का नाम
  3. पता
  4. मोबाइल नम्बर
  5. परिवार में विद्यालय अध्ययरत संतानों की संख्या

अब आगे क्या ? : दरअसल, विधानसभा चुनाव के वक्त भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस बात की घोषणा की थी और सरकार बनने के बाद अब सरकारी स्तर पर भी इसको लेकर प्रयास शुरू हो गए हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के पास इस तरह का कोई उत्तर नहीं है. ऐसे में संबंधित जिलों के कलेक्टर से यह जानकारी जुटा जा रही है और इसके बाद हिंदू शरणार्थी परिवारों के अध्यनरत बच्चों की जानकारी सामने आ सकेगी.

बीकानेर. विधानसभा चुनाव 2024 में अपने संकल्प पत्र में की गई घोषणा के बाद के तहत प्रदेश में सत्ता में आई भाजपा सरकार ने अब प्रदेश में रह रहे हिन्दू शरणार्थी परिवारों के अध्यनरत बच्चों को छात्रवृत्ति देने की कवायद शुरू कर दी है. हिंदू शरणार्थी परिवारों के बारे में जानकारी का डाटा जुटाने के लिए शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने प्रदेश के समस्त जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने कलेक्टर को लिखे पत्र में CIMS पोर्टल पर दर्ज संकल्प पत्र के बिन्दु संख्या 13 के अनुसार हिन्दू शरणार्थियों की अध्ययनरत संतानों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के संबंध में जानकारी मांगी है.

पढ़ें : पाक विस्थापितों को अब मिलेगी भारत की नागरिकता, ऑनलाइन आवेदनों की जांच हुई शुरू - Citizenship To Pakistani Refugees

कलेक्टर से मांगी जानकारी : पत्र में शिक्षा निदेशक ने लिखा कि राज्य के विभिन्न जिलों में भारत सरकार से शरण प्रमाण-पत्र (Asylum) प्राप्त हिन्दू शरणार्थी परिवार निवास करते है. अतः आपके जिले में निवासरत ऐसे परिवारों की सूची अग्रांकित प्रारूप में उपलब्ध करवाने का श्रम कराएं. कलेक्टर से मांगी गई इस जानकारी में शिक्षा विभाग के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को भी पाबंद किया गया है और जिला कलेक्टर से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.

  1. प्राफोर्मा के अनुसार मांगी जानकारी
  2. हिन्दू शरणार्थी परिवार के मुखिया का नाम
  3. पता
  4. मोबाइल नम्बर
  5. परिवार में विद्यालय अध्ययरत संतानों की संख्या

अब आगे क्या ? : दरअसल, विधानसभा चुनाव के वक्त भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस बात की घोषणा की थी और सरकार बनने के बाद अब सरकारी स्तर पर भी इसको लेकर प्रयास शुरू हो गए हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के पास इस तरह का कोई उत्तर नहीं है. ऐसे में संबंधित जिलों के कलेक्टर से यह जानकारी जुटा जा रही है और इसके बाद हिंदू शरणार्थी परिवारों के अध्यनरत बच्चों की जानकारी सामने आ सकेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.