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Rajasthan By Election : 7 सीटों पर उपचुनाव, कांग्रेस के लिए 4 सीटें बचाने की चुनौती, यह हैं दावेदार

राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव. कांग्रेस के लिए 4 सीटें बचाने की चुनौती. प्रभारी सचिव राव को तीन, मकवाना-पासवान को दो-दो सीटों की जिम्मेदारी.

Rajasthan By Election 2024
कांग्रेस के लिए 4 सीटें बचाने की चुनौती (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 15, 2024, 5:24 PM IST

जयपुर: राजस्थान में सात सीटों पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी-अपनी बिसात बिछाने में जुट गए हैं. भाजपा ने जहां सात सीटों पर तीन-तीन प्रत्याशियों के पैनल तैयार कर मंजूरी के लिए दिल्ली भेजा है, जबकि कांग्रेस में भी सात सीटों पर टिकट को लेकर मंथन जारी है. इस बीच, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने प्रभारी सचिव चिरंजीव राव को झुंझुनू, रामगढ़ और खींवसर का जिम्मा दिया है.

जबकि ऋत्विक मकवाना को सलूंबर व चौरासी और पूनम पासवान को दौसा व देवली-उनियारा सीट का जिम्मा दिया गया है. इस बीच कांग्रेस भी अब सात सीटों पर अपने प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटी है. जिन सात सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से चार सीट कांग्रेस के खाते में थी, जबकि एक-एक सीट भाजपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी के खाते में थी. हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस के सामने अपनी चार सीटों को बचाने की चुनौती है. हालांकि, कांग्रेस नेताओं का दावा है कि पार्टी सभी सात सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जीत दर्ज करेगी.

इन सीटों पर होने हैं उपचुनाव : लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान की पांच सीटें खाली हुईं थी. दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा दौसा से, झुंझुनूं विधायक बृजेंद्र ओला झुंझुनू से, देवली-उनियारा विधायक हरिशचंद्र मीणा टोंक से, खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल नागौर से और चौरासी विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा-डूंगरपुर से सांसद चुने गए. इसके चलते दौसा, झुंझुनू, देवली-उनियारा, खींवसर और चौरासी विधानसभा सीट खाली हुई है. इस बीच सलूंबर से भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा और रामगढ़ विधायक जुबैर खान का निधन होने से यह दोनों सीट भी खाली हुईं हैं.

दौसा में कांग्रेस के टिकट के यह हैं दावेदार : सांसद मुरारीलाल मीणा की पत्नी सविता मीणा और बेटी निहारिका की टिकट के लिए दावेदारी मजबूत है. सचिन पायलट के करीबी और पूर्व विधायक जीआर खटाना भी टिकट की दौड़ में हैं. राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व महासचिव नरेश मीणा और संगठन में सक्रिय संदीप शर्मा भी टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं.

पढ़ें : Maharashtra Jharkhand Elections 2024: महाराष्ट्र में एक, झारखंड में दो चरणों में वोटिंग, 23 नवंबर को आएंगे नतीजे

देवली-उनियारा में इन्होंने ठोकी ताल : देवली-उनियारा सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए पूर्व सांसद नमोनारायण मीणा, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा टिकट की दौड़ में हैं. इसके अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर भी दावेदारी जता रहे हैं. वहीं, दौसा से टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा देवली-उनियारा से भी टिकट की दावेदारी जता रहे हैं.

सलूंबर सीट से यह हैं कांग्रेस से टिकट के दावेदार : सलूंबर सीट पर विधानसभा चुनाव में भाजपा के अमृतलाल मीणा ने जीत दर्ज की थी. पिछले दिनों अमृतलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर भाजपा अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिश करेगी. कांग्रेस में इस सीट से पूर्व सांसद रघुवीर मीणा दावेदारी कर रहे हैं. उनकी पत्नी का नाम भी टिकट की दौड़ की चर्चा में है.

पढ़ें : राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान, 13 नवंबर को मतदान तो 23 को आएंगे नतीजे

रामगढ़ सीट बचाने में जुटी कांग्रेस : अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जुबैर खान ने जीत दर्ज की थी. पिछले दिनों जुबैर खान के निधन से खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रखना चाहेगी. जुबैर खान की पत्नी साफिया जुबैर टिकट की दौड़ में सबसे आगे मानी जा रही है.

ओला परिवार का गढ़ है झुंझुनू : झुंझुनू कांग्रेस के ओला परिवार का गढ़ माना जाता है. कांग्रेस के दिग्गज नेता शीशराम ओला यहां से लगातार सांसद का चुनाव जीते. अब उपचुनाव में बृजेंद्र ओला की पत्नी राजबाला, बेटे अमित और बहू आकांक्षा ओला का नाम टिकट की दौड़ में बताया जा रहा है. इसके अलावा दिनेश सुंडा का नाम भी टिकट की दौड़ में है.

बेनीवाल के गढ़ में इन्होंने ठोकी ताल : नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट हनुमान बेनीवाल की परंपरागत सीट है. इस सीट से कांग्रेस के मिर्धा परिवार के रघुवेंद्र मिर्धा टिकट के लिए ताल ठोक रहे हैं. वे नागौर विधायक हरेंद्र मिर्धा के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा के पोते हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव भी हैं. भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई बिंदु चौधरी भी टिकट की दौड़ में हैं.

पढ़ें : भाजपा के लिए 7 सीटों का 'चक्रव्यूह', विश्लेषक की जुबानी समझें कहां कौन दे रहा है चुनौती ? - Rajasthan Assembly by election

बाप के गढ़ में ये हैं कांग्रेस से टिकट के दावेदार : राजकुमार रोत के डूंगरपुर-बांसवाड़ा से सांसद बनने से खाली हुई चौरासी सीट पर कांग्रेस के टिकट की दौड़ में सबसे आगे नाम ताराचंद भगोरा का माना जा रहा है. उनके बेटे रूपचंद भगोरा और महेंद्र भगोरा भी सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं.

जयपुर: राजस्थान में सात सीटों पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी-अपनी बिसात बिछाने में जुट गए हैं. भाजपा ने जहां सात सीटों पर तीन-तीन प्रत्याशियों के पैनल तैयार कर मंजूरी के लिए दिल्ली भेजा है, जबकि कांग्रेस में भी सात सीटों पर टिकट को लेकर मंथन जारी है. इस बीच, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने प्रभारी सचिव चिरंजीव राव को झुंझुनू, रामगढ़ और खींवसर का जिम्मा दिया है.

जबकि ऋत्विक मकवाना को सलूंबर व चौरासी और पूनम पासवान को दौसा व देवली-उनियारा सीट का जिम्मा दिया गया है. इस बीच कांग्रेस भी अब सात सीटों पर अपने प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटी है. जिन सात सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से चार सीट कांग्रेस के खाते में थी, जबकि एक-एक सीट भाजपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी के खाते में थी. हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस के सामने अपनी चार सीटों को बचाने की चुनौती है. हालांकि, कांग्रेस नेताओं का दावा है कि पार्टी सभी सात सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जीत दर्ज करेगी.

इन सीटों पर होने हैं उपचुनाव : लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान की पांच सीटें खाली हुईं थी. दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा दौसा से, झुंझुनूं विधायक बृजेंद्र ओला झुंझुनू से, देवली-उनियारा विधायक हरिशचंद्र मीणा टोंक से, खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल नागौर से और चौरासी विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा-डूंगरपुर से सांसद चुने गए. इसके चलते दौसा, झुंझुनू, देवली-उनियारा, खींवसर और चौरासी विधानसभा सीट खाली हुई है. इस बीच सलूंबर से भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा और रामगढ़ विधायक जुबैर खान का निधन होने से यह दोनों सीट भी खाली हुईं हैं.

दौसा में कांग्रेस के टिकट के यह हैं दावेदार : सांसद मुरारीलाल मीणा की पत्नी सविता मीणा और बेटी निहारिका की टिकट के लिए दावेदारी मजबूत है. सचिन पायलट के करीबी और पूर्व विधायक जीआर खटाना भी टिकट की दौड़ में हैं. राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व महासचिव नरेश मीणा और संगठन में सक्रिय संदीप शर्मा भी टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं.

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देवली-उनियारा में इन्होंने ठोकी ताल : देवली-उनियारा सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए पूर्व सांसद नमोनारायण मीणा, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा टिकट की दौड़ में हैं. इसके अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर भी दावेदारी जता रहे हैं. वहीं, दौसा से टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा देवली-उनियारा से भी टिकट की दावेदारी जता रहे हैं.

सलूंबर सीट से यह हैं कांग्रेस से टिकट के दावेदार : सलूंबर सीट पर विधानसभा चुनाव में भाजपा के अमृतलाल मीणा ने जीत दर्ज की थी. पिछले दिनों अमृतलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर भाजपा अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिश करेगी. कांग्रेस में इस सीट से पूर्व सांसद रघुवीर मीणा दावेदारी कर रहे हैं. उनकी पत्नी का नाम भी टिकट की दौड़ की चर्चा में है.

पढ़ें : राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान, 13 नवंबर को मतदान तो 23 को आएंगे नतीजे

रामगढ़ सीट बचाने में जुटी कांग्रेस : अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जुबैर खान ने जीत दर्ज की थी. पिछले दिनों जुबैर खान के निधन से खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रखना चाहेगी. जुबैर खान की पत्नी साफिया जुबैर टिकट की दौड़ में सबसे आगे मानी जा रही है.

ओला परिवार का गढ़ है झुंझुनू : झुंझुनू कांग्रेस के ओला परिवार का गढ़ माना जाता है. कांग्रेस के दिग्गज नेता शीशराम ओला यहां से लगातार सांसद का चुनाव जीते. अब उपचुनाव में बृजेंद्र ओला की पत्नी राजबाला, बेटे अमित और बहू आकांक्षा ओला का नाम टिकट की दौड़ में बताया जा रहा है. इसके अलावा दिनेश सुंडा का नाम भी टिकट की दौड़ में है.

बेनीवाल के गढ़ में इन्होंने ठोकी ताल : नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट हनुमान बेनीवाल की परंपरागत सीट है. इस सीट से कांग्रेस के मिर्धा परिवार के रघुवेंद्र मिर्धा टिकट के लिए ताल ठोक रहे हैं. वे नागौर विधायक हरेंद्र मिर्धा के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा के पोते हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव भी हैं. भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई बिंदु चौधरी भी टिकट की दौड़ में हैं.

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बाप के गढ़ में ये हैं कांग्रेस से टिकट के दावेदार : राजकुमार रोत के डूंगरपुर-बांसवाड़ा से सांसद बनने से खाली हुई चौरासी सीट पर कांग्रेस के टिकट की दौड़ में सबसे आगे नाम ताराचंद भगोरा का माना जा रहा है. उनके बेटे रूपचंद भगोरा और महेंद्र भगोरा भी सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं.

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