जयपुर: राजस्थान में सात सीटों पर बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान सम्पन्न हो गया है. इस बीच कांग्रेस ने स्थानीय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सभी सातों सीटों पर शिकायतों और समस्याओं के निस्तारण को लेकर पीसीसी वॉर रूम में एक कंट्रोल रूम बनाया गया, जहां दिनभर अलग-अलग सीटों से लगातार शिकायतें आती रहीं. कांग्रेस का आरोप है कि कुछ जगह को छोड़कर ज्यादातर शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया.
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि खींवसर में हमारी प्रत्याशी डॉ. रतन चौधरी पर हमला किया गया. इसका वीडियो भी सामने आया इसके बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया. आरोप लगाया कि रामगढ़ में भाजपा के लोगों द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने की भी शिकायत आई है. कई बूथों पर अचानक बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रत्याशी के समर्थकों ने पहुंचकर मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया. कई जगहों पर कार्रवाई हुई, लेकिन ज्यादातर शिकायतों को स्थानीय प्रशासन द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया.
सेंट्रल ऑब्जर्वर तक को करनी पड़ी शिकायत: कांग्रेस के प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि कहा कि दौसा में मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा उस क्षेत्र के निवासी नहीं होने के बावजूद दिनभर क्षेत्र में घूमते रहे और मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया. उनके मूवमेंट की प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दी गई, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. कई बूथों को लेकर जब सेंट्रल ऑब्जर्वर से संपर्क किया गया तो वे सुरक्षा बलों के साथ मौके पर पहुंचे और कार्रवाई की.
हमारे एजेंट्स को बूथ से निकालकर धमकाया: चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि कई जगह ऐसा भी हुआ, जहां हमारे बूथ एजेंट को बाहर निकाल दिया गया. पुलिस द्वारा डराया-धमकाया गया. हमने दखल दिया तब जाकर उन्हें छोड़ा गया. आरोप है कि कार्यकर्ता जो मतदान पर्ची बांटने के लिए कुर्सी टेबल लगाकर बैठे थे, उन्हें पुलिस द्वारा उठाकर ले जाने के मामले भी सामने आए हैं. कई जगहों पर कार्यकर्ताओं को निरुद्ध करने के मामले भी सामने आए हैं.
भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद करता रहा प्रशासन: स्वर्णिम चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं के कहने से स्थानीय प्रशासन लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद करने में लगा रहा. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारी भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे. वे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रोक रहे थे, जब इसकी शिकायत लेकर गए तो प्रशासन सुनवाई ने नहीं की.
कांग्रेस का दावा: कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि प्रशासन निष्पक्ष नहीं है. वोटिंग ट्रेंड के विश्लेषण से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि वोटिंग के ट्रेंड के हिसाब से हर एक सीट का फीडबैक लिया जा रहा है, लेकिन इतना तय है कि अधिकांश सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों की हालत खराब है और वे बौखलाहट में उल्टे-सीधे कदम उठा रहे हैं.