जयपुर. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार के पहले पूर्ण बजट को उबाऊ और नीरस बताया है. उन्होंने कहा कि यह सरकार किसानों, उद्योगों और आमजन तक को बिजली नहीं दे पा रही है. लेकिन बात 2031 और 2047 के रोडमैप की कर रहे हैं.
बजट के बाद मीडिया से बातचीत में टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार का बजट एकदम उबाऊ, नीरस और बिना विजन का है. वित्त मंत्री ने फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था. उसे 73 फीसदी पूरा करने की बात कही है. वे खुद मान रही हैं कि 27 फीसदी बजट पूरा नहीं हुआ. जबकि हकीकत एकदम उलट है. असल में अंतरिम बजट पर 27 फीसदी ही काम हुआ है. जबकि 70-75 फीसदी अधूरा है. उन्होंने कहा, इस सरकार ने थोथी घोषणाएं की हैं. टीकाराम जूली ने कहा कि इस सरकार ने गरीबों के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया है. हमारी सरकार ने गरीबों के लिए इंदिरा रसोई, राशन किट और चिरंजीवी जैसी योजनाएं शुरू की थी. उनके लिए सरकार ने कोई प्रावधान नहीं किया है. जबकि पुरानी पेंशन योजना को लेकर भी कोई विचार नहीं रखा है.
घोषणा पत्र को लेकर सीएम-वित्त मंत्री में विरोधाभास: टीकाराम जूली ने कहा कि वित्त मंत्री कह रहे हैं कि उन्होंने घोषणा पत्र के 45 बिंदु पूरे कर दिए हैं. जबकि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि 45 फीसदी घोषणाएं पूरी कर दी गई हैं. जबकि हकीकत में इन्होंने वादे पूरे नहीं किए हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम हरियाणा के बराबर करने, किसानों को गेहूं की एमएसपी 2700 रुपए देने, किसान सम्मान निधि बढ़ाने का इनके वादे आज भी अधूरे हैं. हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने का वादा किया है. जबकि हर जिले में मेडिकल कॉलेज पहले से बने हैं.
पानी के मुद्दे पर हारे पूर्वी राजस्थान और शेखावाटी: टीकाराम जूली ने कहा कि इन्होंने ईआरसीपी और यमुना जल समझौते को लेकर बड़े-बड़े दावे किए और वाहवाही लूटने का काम किया. लेकिन आज तक एमओयू सार्वजनिक नहीं किया. इसका नतीजा यह हुआ कि ईआरसीपी से प्रभावित होने वाले इलाकों में और शेखावाटी में जनता ने लोकसभा चुनाव में इन्हें आईना दिखा दिया. आज इन्होंने कहा है कि ईआरसीपी पर 9 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी. जबकि हमारी सरकार ने 9500 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की थी. उसी को यह अपना काम बता रहे हैं.
कैसे करेंगे एक लाख पदों पर भर्ती: टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार आज आमजन, किसान और उद्योगों को बिजली नहीं दे पा रही है. लेकिन बातें 2031 के रोडमैप की कर रहे हैं. बजट का विजन 2047 का रखा है. लेकिन आज क्या हालत हैं. यह इन्हें पता नहीं है. जो 6 महीने पहले लेखानुदान पेश किया था. उसका क्या हुआ. आज 1 लाख भर्तियों की घोषणा की. पहले 70 हजार भर्तियों का वादा किया था. लेकिन उसका रोडमैप नहीं बताया. जैसे केंद्र सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर युवाओं का भविष्य खराब किया. क्या ऐसी ही कोई योजना यहां लाने का विचार है.
हमने नया टैक्स नहीं लगाया, घाटा अब भी बढ़ रहा: टीकाराम जूली ने कहा कि ये लोग अर्थव्यवस्था की बात करते हैं और आरोप लगाते हैं कि हमारे समय में अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है. जबकि जब हमारी सरकार थी, तब एक भी नया टैक्स नहीं लगाया गया. इन्होंने केंद्र से पहले बजट पेश किया. केंद्र सरकार जनता के लिए क्या करेगी, यह अभी साफ नहीं है. आज के बजट में बताया है कि राज्य का कर्ज बढ़ता जा रहा है. यह कर्ज तो इनके समय में भी बढ़ रहा है और केंद्र सरकार का भी बढ़ रहा है.