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धर्मांतरण मामले पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी बोले- सरकार बनाए सख्त कानून, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर लगाए ये आरोप

Vasudev Devnani on conversion case, राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रविवार को धर्मांतरण के मसले पर बड़ा बयान दिया. देवनानी ने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण करवाकर भारत को कमजोर करना चाहती हैं. ऐसे में राज्य की भजनलाल सरकार को इसे गंभीरता से लेते हुए सख्त कानून बनाना चाहिए.

Vasudev Devnani on conversion case
Vasudev Devnani on conversion case
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 25, 2024, 5:09 PM IST

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी

बाड़मेर. राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी रविवार को बाड़मेर के दौरे पर रहे. यहां मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए देवनानी ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण करवाकर भारत को कमजोर करना चाहती हैं. ऐसे में राज्य सरकार को इस मसले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कानून बनाना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि धर्मांतरण का मामला निश्चित रूप से गंभीर और चिंताजनक है. 2018 में वसुंधरा सरकार के दौरान हमने धर्मांतरण पर कानून भी बनाया था, लेकिन, आचार संहिता लगने की वजह से कानून लागू नहीं हो सका था.

गहलोत सरकार ने नहीं उठाए कदम : देवनानी ने कहा कि पिछली सरकार (कांग्रेस सरकार) ने इस कानून को इग्नोर किया और इस पर किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि विधानसभा में कई बार धर्मांतरण का मुद्दा भी उठा, लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई. उल्टे धर्मांतरण कराने वालों को प्रोत्साहन मिलता रहा. उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण के लिए लोगों को प्रलोभन, लालच और दबाव डालती हैं. इस पर राजस्थान सरकार को सख्त कानून बनाना चाहिए, ताकि राजस्थान में धर्मांतरण को रोका जा सके.

इसे भी पढ़ें - तीन शिक्षकों पर धर्मांतरण का आरोप, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बोले- जांच में दोषी पाए जाने पर करेंगे बर्खास्त

कई जगह हुई कार्रवाई : विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार है. देश के अलग-अलग हिस्सों में जहां डबल इंजन की सरकारें हैं, वहां धर्मांतरण के मामलों में कमी आई है. अब राजस्थान में भी डबल इंजन की सरकार है. ऐसे में यहां भी राज्य सरकार सख्त कानून लेकर आएगी. वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आए और ऐसा वातावरण बनाएं, जिससे धर्मांतरण के मामलों में कमी आए. कई स्कूलों में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद शिक्षा मंत्री इस मामले को लेकर जागरुक हैं और कई जगह कार्रवाई भी की गई है.

दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी रविवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर बाड़मेर आए थे, जहां उन्होंने शहर के अंबेडकर सर्किल स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान मौके पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा, दीपक कड़वासरा, रमेशसिंह इंदा, एडवोकेट सुरेश मोदी, नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष पृथ्वी चांडक और निर्दलीय विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी मौजूद रहे, जिन्होंने देवनानी का स्वागत किया.

इसे भी पढ़ें - शिक्षा मंत्री दिलावर का बड़ा बयान, बोले- राजस्थान में स्कूलों को धर्मांतरण का अड्डा नहीं बनने देंगे

सड़क मार्ग से सांचौर के लिए निकले देवनानी : बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सांचौर में कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जयपुर से विशेष विमान से रविवार को उत्तरलाई एयरबेस पहुंचे थे, जहां से वो सांचौर के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुए. इस दौरान बाड़मेर शहर के अंबेडकर सर्किल पर उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी

बाड़मेर. राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी रविवार को बाड़मेर के दौरे पर रहे. यहां मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए देवनानी ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण करवाकर भारत को कमजोर करना चाहती हैं. ऐसे में राज्य सरकार को इस मसले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कानून बनाना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि धर्मांतरण का मामला निश्चित रूप से गंभीर और चिंताजनक है. 2018 में वसुंधरा सरकार के दौरान हमने धर्मांतरण पर कानून भी बनाया था, लेकिन, आचार संहिता लगने की वजह से कानून लागू नहीं हो सका था.

गहलोत सरकार ने नहीं उठाए कदम : देवनानी ने कहा कि पिछली सरकार (कांग्रेस सरकार) ने इस कानून को इग्नोर किया और इस पर किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि विधानसभा में कई बार धर्मांतरण का मुद्दा भी उठा, लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई. उल्टे धर्मांतरण कराने वालों को प्रोत्साहन मिलता रहा. उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें धर्मांतरण के लिए लोगों को प्रलोभन, लालच और दबाव डालती हैं. इस पर राजस्थान सरकार को सख्त कानून बनाना चाहिए, ताकि राजस्थान में धर्मांतरण को रोका जा सके.

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कई जगह हुई कार्रवाई : विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार है. देश के अलग-अलग हिस्सों में जहां डबल इंजन की सरकारें हैं, वहां धर्मांतरण के मामलों में कमी आई है. अब राजस्थान में भी डबल इंजन की सरकार है. ऐसे में यहां भी राज्य सरकार सख्त कानून लेकर आएगी. वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आए और ऐसा वातावरण बनाएं, जिससे धर्मांतरण के मामलों में कमी आए. कई स्कूलों में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद शिक्षा मंत्री इस मामले को लेकर जागरुक हैं और कई जगह कार्रवाई भी की गई है.

दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी रविवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर बाड़मेर आए थे, जहां उन्होंने शहर के अंबेडकर सर्किल स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान मौके पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा, दीपक कड़वासरा, रमेशसिंह इंदा, एडवोकेट सुरेश मोदी, नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष पृथ्वी चांडक और निर्दलीय विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी मौजूद रहे, जिन्होंने देवनानी का स्वागत किया.

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सड़क मार्ग से सांचौर के लिए निकले देवनानी : बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सांचौर में कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जयपुर से विशेष विमान से रविवार को उत्तरलाई एयरबेस पहुंचे थे, जहां से वो सांचौर के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुए. इस दौरान बाड़मेर शहर के अंबेडकर सर्किल पर उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.

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