जयपुर : राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. सभी 7 सीटों पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. इसके साथ ही अब 6 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों की घोषणा और दो सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी के मैदान में होने के कारण आमने-सामने का मुकाबला तय हो चुका है. पांच सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आमने-सामने का मुकाबला होगा, वहीं सलूंबर सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष नजर आएगा. चौरासी में बाप और कांग्रेस के बीच टक्कर होगी. हालांकि, हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल ने खींवसर सीट को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
इन नेताओं को मिला टिकट : कांग्रेस ने झुंझुनू से मौजूदा सांसद बृजेंद्र ओला के पुत्र अमित ओला को मैदान में उतारा है. वहीं, पूर्व विधायक जुबेर खान के इंतकाल से खाली हुई रामगढ़ सीट पर उनके छोटे बेटे आर्यन जुबेर खान को मौका दिया गया है. इसी तरह से दौसा में फिलहाल मुरारी लाल मीणा के परिवार से कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है और वहां पार्टी ने दीनदयाल बैरवा को टिकट दी है. टोंक जिले की देवली उनियारा सीट से कस्तूरी चंद मीणा मैदान में होंगे. खींवसर में रेवत राम डांगा को रतन चौधरी चुनौती देंगी. सलूंबर में रेशमा मीणा कांग्रेस की प्रत्याशी होंगी और यहां त्रिकोणीय मुकाबला होगा. डूंगरपुर की चौरासी में बाप पार्टी के प्रत्याशी को महेश रोत टक्कर देंगे.
कांग्रेस ने नहीं किया गठबंधन : उपचुनाव के लिए प्रदेश में कांग्रेस ने गठबंधन की राजनीति को नहीं दोहराया है. जयपुर में हुई दोनों कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस बारे में संकेत भी दिया था. हालांकि, बुधवार को खींवसर में आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने गठबंधन को लेकर इंतजार करने की बात कही थी. डोटासरा स्पष्ट कर चुके थे कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था, राजस्थान में फिलहाल वे गठबंधन की नीति का अनुसरण नहीं करेंगे.