पलामू: नेशनल हाइवे 75 के फोरलेन से प्रभावित रैयतों ने मुआवजा की मांग को लेकर 25 किलोमीटर लंबी पद यात्रा की है. पदयात्रा के बाद ग्रामीणों ने उचित मुआवजा की गुहार लगाई है और अधिकारियों को एक मांग पत्र भी सौंपा है. दरअसल, पलामू के इलाके में नेशनल हाइवे 75 पलामू के सतबरवा के भोगु से पलामू के शंखा तक फोरलेन का कार्य हो रहा है. यह फोर लेन भारत माला प्रोजेक्ट का हिस्सा है.
दरअसल, पलामू के सतबरवा इलाके में नेशनल हाइवे के फोरलेन से प्रभावित ग्रामीण और रैयतों ने मंगलवार को पदयात्रा निकाली. यह पदयात्रा सतबरवा से निकलकर पलामू समाहरणालय तक पहुंची. पदयात्रा में शामिल ग्रामीणों ने पलामू से मानले में अधिकारियों को एक मांग पत्र सौंपा है जिसमें कई बिंदुओं पर जानकारी दी गई है. ग्रामीण और रैयतों का आरोप है कि मुआवजा के भुगतान में और आकलन में भेदभाव किया गया है. कई इलाके में ग्रामीणों को उचित मुआवजा नहीं मिला है जिस कारण ग्रामीण नाराज और आक्रोशित हैं.
रैयतों ने कहा कि बड़ी संख्या में किसान भी प्रभावित हो रहे हैं, खेती योग्य जमीन चली गई है लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं मिला है. ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे आशीष सिंह ने कहा कि समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो वे लोग आंदोलन को और आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय मेदिनीनगर से लेकर रांची तक आंदोलन किया जाएगा. रैयतों ने एक संयुक्त मांग पत्र तैयार किया है जिसे जिला प्रशासन को सौंपा है.