रायपुर : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने सोमवार को रायपुर दक्षिण विधानसभा उप निर्वाचन के लिए हो रहे अधिकारियों के प्रशिक्षण को संबोधित किया. उन्होंने विधानसभा उप निर्वाचन के दौरान सभी प्रक्रियाएं पारदर्शिता और निष्पक्षता से संपन्न कराने को कहा. इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों तथा निर्धारित प्रक्रियाओं का गंभीरता से पालन करने के निर्देश दिए.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने किया संबोधित : सीईओ रीना बाबासाहेब कंगाले ने प्रशिक्षण में निर्बाध और सुचारू निर्वाचन के लिए संबंधित अधिकारियों को विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं. ताकि आवश्यक सुविधाओं का जायजा लेकर तैयारियां पूरी की जा सके. उन्होंने सभी मतदान केंद्रों में छाया, पेयजल, शौचालय, रैंप इत्यादि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को उप चुनाव के लिए आपसी समन्वय बनाकर सक्रियता से काम करने को कहा. सकाथ ही प्रशिक्षण में ट्रेनर्स से चर्चा कर अपनी-अपनी शाखाओं से संबंधित शंकाओं का समाधान करने के लिए कहा है.
राज्य में विधानसभा की रिक्त सीट रायपुर दक्षिण विधानसभा के लिए उप चुनाव होगा. इसके लिए जल्दी ही प्रक्रिया शुरू होगी. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उप चुनाव की तिथि की घोषणा के साथ ही इसके लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो जाएगी. : रीना बाबासाहेब कंगाले, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़
मास्टर ट्रेनर्स ने बताई चुनाव की बारिकियां : नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर पुलक भट्टाचार्य ने अधिकारियों को आदर्श आचरण संहिता के विभिन्न प्रावधानों के बारे में बताया. वही यूएस अग्रवाल ने प्रशिक्षण के दौरान नामांकन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने उम्मीदवारों की पात्रता, नामांकन के समय संलग्न किए जाने वाले दस्तावेजों, नामांकन शुल्क, नामांकन पत्रों की संवीक्षा, चुनाव चिन्ह आबंटन, उम्मीदवारों द्वारा दिए जाने वाले शपथ पत्रों तथा रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में नामांकन के लिए जरूरी व्यवस्थाओं के बारे में बताया.
चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद जो व्यक्ति उस क्षेत्र के निवासी नहीं है, उसे क्षेत्र से बाहर जाना होगा. आदर्श आचार संहिता के प्रभावी रहने के दौरान जिले में किसी भी तरह के आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. : पुलक भट्टाचार्य, नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर
जनमत सर्वेक्षण और एक्जिट पोल प्रतिबंधित : सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शारदा अग्रवाल ने एमसीएमसी के कार्यों और कार्यप्रणाली के बारे में बताया. साथ ही आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन व्यय पर निगरानी के लिए प्रिंट मीडिया सेल, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सेल और सोशल मीडिया सेल का गठन करने की बात कही है. इसके माध्यम से पेड न्यूज पर भी नजर रखने को कहा. उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित तिथियों के बीच जनमत सर्वेक्षण और एक्जिट पोल प्रतिबंधित रहेगा.
प्रशिक्षण में चुनाव की बारीकियों को समझाया : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान नौ सत्रों में अधिकारियों को आदर्श आचरण संहिता, नामांकन प्रक्रिया, मीडिया प्रमाणन और अनुश्रवण समिति (एमसीएमसी), निर्वाचक नामावली, पोस्टल बैलेट, ईटीपीबीएस, निर्वाचन व्यय मॉनिटरिंग, जिला निर्वाचन प्रबंधन योजना (DEMP), मतदान दलों और मतदान के दिन की व्यवस्थाओं, ईवीएम, मतगणना तथा निर्वाचन के दौरान उपयोगी आईटी एप्लीकेशन्स की बारीकियों की जानकारी दी गई.
व्यवस्थाओं व ईवीएम की दी जानकारी : इस दौरान निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों ने रिटर्निंग ऑफिसर, सहायक रिटर्निंग ऑफिसर और नोडल अधिकारियों को निर्वाचक नामावली, पोस्टल बैलेट और ईटीपीबीएस जारी करने की प्रक्रिया को समझाया. साथ ही निर्वाचन के दौरान उपयोग होने वाले आईटी एप्लीकेशन्स और मोबाइल एप्स के बारे में भी बताया. उम्मीदवारों के निर्वाचन व्यय की मॉनिटरिंग की सावधानियों और निर्वाचन प्रबंधन के साथ ही मतदान दलों और मतदान के दिन की व्यवस्थाओं व ईवीएम के बारे में जानकारी दी.
विधानसभा उप निर्वाचन के लिए प्रशिक्षण में उप निर्वाचन के लिए आरओ, एआरओ, नोडल और तकनीकी अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई है. संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पी एस ध्रुव, रायपुर के कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह और नगर निगम के आयुक्त अबिनाश मिश्रा भी इस प्रशिक्षण में मौजूद रहे.