रायपुर : छत्तीसगढ़ के रायपुर रेल मंडल में अमृत भारत स्टेशन के तहत 15 छोटे रेलवे स्टेशनों का विस्तार किया जा रहा है. इन रेलवे स्टेशनों में सभी सुविधाएं होंगी. मेजर स्टेशन डेवलपमेंट के तहत रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन को भी सजाया और संवारा जा रहा है. आने वाले दिनों में रायपुर रेलवे स्टेशन विकास कार्य के बाद एयरपोर्ट की तरह नजर आएगा.
15 छोटे रेलवे स्टेशनों का विस्तार : मेजर स्टेशन डेवलपमेंट और अमृत भारत स्टेशन के तहत स्टेशनों के विस्तार को लेकर ईटीवी भारत ने रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी से बात की. उन्होंने बताया कि जुलाई 2025 तक अमृत भारत के 15 स्टेशनों को विकसित कर लिया जाएगा. इसके साथ ही मेजर स्टेशन डेवलपमेंट के तहत रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन को सितंबर 2027 तक डेवलप कर लिया जाएगा.
सवाल : रायपुर रेल मंडल में रायपुर के अलावा कितने रेलवे स्टेशन हैं, जिनका विस्तार किया जाना है. किस तरह के काम चल रहे हैं ?
जवाब : रायपुर रेल मंडल में मेजर स्टेशन डेवलपमेंट के तहत रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन को डेवलप किया जा रहा है. यह दोनों बड़े स्टेशन है, जहां पर यात्रियों की आवाजाही बहुत ज्यादा है. रायपुर रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन लगभग 70 हजार यात्रियों का आना-जाना होता है. इसी तरह दुर्ग में रोजाना लगभग 35 हजार यात्रियों का आना-जाना होता है. यह दोनों रेलवे स्टेशन मेजर डेवलपमेंट की कैटेगरी में आ रहे हैं.
इसके अलावा 15 छोटे ऐसे स्टेशन हैं, जिनको अमृत भारत स्टेशन के तहत डेवलप किया जा रहा है. एनएसजी 2, एसएसजी 3, एनएसजी 4, 5 और 6 की कैटेगरी में है. इसका भी निर्धारण यात्रियों की भीड़ को देखकर किया गया है. कुछ ऐसे छोटे रेलवे स्टेशन हैं, जिसमें वर्तमान समय में भीड़ नहीं है. लेकिन आने वाले दिनों में यहां पर यात्रियों की भीड़ दिखेगी. राजधानी के रेलवे स्टेशन में यात्रियों का दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में उरकुरा और सरोना रेलवे स्टेशन को भी डेवलप किया जाएगा. इसके साथ ही ब्रांच लाइन मरोदा से दल्ली राजहरा बालोद, भानुप्रतापपुर, दल्ली राजहरा जैसे जगह पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.
सभी 15 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के तहत विकसित किया जाएगा. जिसमें मुख्य सुविधाओं में प्लेटफार्म शेल्टर का विस्तार किया जाना है. टिकटिंग की व्यवस्था को आधुनिक बनाया जा रहा है. वेटिंग हाल पर फीडिंग रूम जैसी सुविधाएं भी दी जाएगी. वेटिंग हॉल एसी और जनरल दोनों तरह की होगी. एग्जिट और एंट्री पॉइंट भी बनाए जाएंगे. इन रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा. कैंटीन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
सवाल : रायपुर और दुर्ग जैसे बड़े मेजर स्टेशन में क्या कुछ बदलाव देखने को मिलेगा ?
जवाब : मेजर स्टेशन डेवलपमेंट के तहत रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन का काम शुरू कर दिया गया है. दुर्ग और रायपुर स्टेशन के दोनों छोर को विकसित किया जाएगा. रायपुर में स्टेशन के फ्रंट साइड और पिछले गुढ़ियारी साइड पर और ऐसे ही दुर्ग में भी काम चल रहा है. सभी तरह की सुविधा इन दोनों मेजर स्टेशनों में होंगे. इन दोनों स्टेशनों पर मल्टीलेवल पार्किंग के साथ ही रिजर्वेशन काउंटर दोनों छोर पर बनाए जाएंगे. स्टेशनों को बेहतर सिटी सेंटर के रूप में डेवलप किया जाएगा. दूर से आने वाले यात्री इन स्टेशनों में आकर रुक सके, इसके लिए लाउंज और रूम भी बनाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही इन दोनों स्टेशनों पर कॉन्फ्रेंस हॉल की भी सुविधा रहेगी. ताकि बड़े बिजनेसमैन यहां पर आकर कॉन्फ्रेंस भी कर सकें. इसके साथ ही दोनों स्टेशनों पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाएगा. पार्सल की सुविधा के साथ ही एस्केलेटर व्यवस्था रहेगी. दिव्यांगजनों के लिए भी अच्छी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इन दोनों रेलवे स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज को भी चौड़ा किया जा रहा है.
सवाल : अमृत भारत स्टेशन के तहत 15 रेलवे स्टेशन के साथ ही मेजर स्टेशन का डेवलपमेंट कितने करोड़ में हो रहा है ?
जवाब : अमृत भारत स्टेशन अलग है और मेजर स्टेशन डेवलपमेंट अलग है. मेजर स्टेशन डेवलपमेंट में रायपुर और दुर्ग को शामिल किया गया है. जबकि अमृत भारत स्टेशन के तहत 15 स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है. रायपुर में मेजर स्टेशन डेवलपमेंट के तहत 450 करोड़ रुपए खर्च होने हैं और दुर्ग रेलवे स्टेशन में लगभग 425 करोड़ रुपए खर्च होने होने हैं. मेजर स्टेशन डेवलपमेंट का कार्य लगभग 3 साल में पूरा होना है. रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन का काम सितंबर 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा.
रायपुर स्टेशन में इसका काम भी शुरू कर दिया गया है. स्टेशन को विकसित करने में पुराने रेलवे के मकान को तोड़ा गया है. कुछ पुराने और प्राचीन पेड़ों को दूसरी जगह पर स्थापित किया गया है, जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके. इसके साथ ही स्टेशन डेवलपमेंट की प्रक्रिया में एयर क्वालिटी कंट्रोल यूनिट से मॉनिटरिंग भी की जा रही है.
सवाल : मेजर स्टेशन डेवलपमेंट से क्या रायपुर रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तर्ज पर होगा ?
जवाब : आप एयरपोर्ट को ही क्यों एक स्टैंडर्ड मान रहे हैं. हम कहते हैं, यह रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट से भी बेहतर बनेगा. एयरपोर्ट और स्टेशन दोनों में काफी डिफरेंस है. वहां आने वाले यात्री और स्टेशन में आने वाले यात्रियों में काफी कुछ असमानताएं हैं. यात्री या आम जनता की जो अपेक्षाएं हैं, उन अपेक्षाओं को ध्यान में रखकर स्टेशन के डेवलपमेंट का काम कराया जा रहा है.
मेजर स्टेशन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट : रायपुर रेल मंडल के दो बड़े मेजर स्टेशन डेवलपमेंट में रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन शामिल हैं. इन दोनों स्टेशनों का डेवलपमेंट कार्य रायपुर रेल मंडल सितंबर 2027 तक पूरा कर लेगा.
अमृत भारत स्टेशन प्रोजेक्ट : अमृत भारत स्टेशन के तहत 15 स्टेशन जिसमें भाटापारा, भिलाई पावर हाउस, तिल्दा, बिल्हा, भिलाई 3, बालोद, दल्ली राजहरा, भानुप्रतापपुर, हथबंद, निपानिया, सरोना, मरोदा, मंदिरहसौद, उरकुरा और भिलाई नगर शामिल है जिसका काम रायपुर रेल मंडल के द्वारा जून 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा.