रायपुर : रायपुर लोकसभा सीट वीआईपी सीट है. 1952 से 1971 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है.लेकिन 1989 के बाद से अब तक ये सीट बीजेपी के कब्जे में रही है.सिर्फ 1991 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के विद्याचरण शुक्ल ने ये सीट जीती थी. लेकिन फिर इसके बाद कभी इस सीट पर बीजेपी के अलावा कोई दूसरा दल इस सीट को नहीं जीत पाया. 1996 से 2014 तक बीजेपी के रमेश बैस लगातार सांसद रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में सुनील कुमार सोनी ने जीत दर्ज की. 2024 में बीजेपी ने बृजमोहन अग्रवाल को यहां से बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया. वहीं कांग्रेस ने इस सीट पर विकास उपाध्याय को टिकट दिया है. करीब तीन दशक से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.
रायपुर लोकसभा सीट का इतिहास | ||||||||
मतदान का साल | जीतने वाला प्रत्याशी | पहला स्थान | दूसरा स्थान | तीसरा स्थान | चौथा स्थान | पांचवां स्थान | कुल प्राप्त मत | कुल वोटिंग प्रतिशत |
2019 | सुनील सोनी | बीजेपी 837902 60.2 | कांग्रेस 489664 35.18 | बीएसपी 10597 0.76 | एसएचएस 9690 0.7 | निर्दलीय 6301 0.45 | 1391958 | 66.12 |
2014 | रमेश बैस | बीजेपी 654922 52.60 | कांग्रेस 483276 38.82 | आप 15139 1.22 | बीएसपी 13147 1.06 | निर्दलीय 12699 1.02 | 1245049 | 65.68 |
2009 | रमेश बैस | बीजेपी 364943 49.19 | कांग्रेस 307042 41.39 | बीएसपी 16853 2.27 | निर्दलीय 8123 1.08 | निर्दलीय 6208 0.84 | 741861 | 46.99 |
2004 | रमेश बैस | बीजेपी 376,029 54.54 | कांग्रेस 246,510 35.75 | बीएसपी 32,252 4.68 | निर्दलीय 14,330 2.09 | निर्दलीय 6,192 0.90 | 689517 | 50.33 |
1999 | रमेश बैस | बीजेपी 354736 53.67 | कांग्रेस 274676 41.56 | बीएसपी 19158 2.90 | CSP 2782 0.42 | गोंगपा 2081 0.31 | 660930 | 56.86 |
1998 | रमेश बैस | बीजेपी 344380 49.42 | कांग्रेस 261001 37.46 | बीएसपी 62173 8.92 | गोंगपा 10132 1.45 | निर्दलीय 3802 0.55 | 696819 | 63.12 |
1996 | रमेश बैस | बीजेपी 252990 45.56 | कांग्रेस 202251 36.42 | बीएसपी 45654 8.22 | जनता दल 7460 1.34 | निर्दलीय 4292 0.77 | 555339 | 51.68 |
1991 | विद्याचरण शुक्ल | कांग्रेस 188335 45.09 | बीजेपी 187376 44.86 | बीएसपी 18456 4.42 | जनता दल 7156 1.71 | निर्दलीय 2525 0.60 | 417672 | 46.61 |
1989 | रमेश बैस | बीजेपी 271599 53.90 | कांग्रेस 187120 37.13 | बीएसपी 17201 3.41 | निर्दलीय 5542 1.10 | निर्दलीय 4136 0.82 | 503926 | 58.65 |
1984 | केयूर भूषण | कांग्रेस 223192 58.32 | बीजेपी 119151 31.13 | निर्दलीय 6892 1.80 | निर्दलीय 6773 1.77 | एलकेडी 3545 0.93 | 382731 | 59.82 |
1980 | केयूर भूषण | कांग्रेस(I) 140566 46.57 | निर्दलीय 74257 24.60 | JNP 42866 14.20 | निर्दलीय 6661 2.21 | निर्दलीय 6160 2.04 | 301815 | 53.98 |
1977 | पुरुषोत्तम कौशिक | बीएलडी 186296 60.83 | कांग्रेस 102684 33.53 | निर्दलीय 17260 5.64 | - | - | 306240 | 62.7 |
1971 | विद्याचरण शुक्ल | कांग्रेस 138333 59.49 | बीजेएस 53429 22.98 | निर्दलीय 11719 5.04 | निर्दलीय 10364 4.46 | निर्दलीय 5989 2.58 | 232524 | 44.07 |
1967 | एल गुप्ता | कांग्रेस 103863 37.45 | जेएसी 79448 28.64 | बीजेएस 50336 18.15 | निर्दलीय 24711 8.91 | निर्दलीय 19013 6.85 | 277371 | 54.9 |
1962 | केेशर कुमारी देवी | कांग्रेस 93807 39.28 | जेएस 78416 32.84 | पीएसपी 38936 16.31 | एसओसी 27636 11.57 | - | 238795 | 55.55 |
1957 | राजा बीरेंद्र बहादुर / रानी केशर कुमारी देवी | कांग्रेस 192833 30.38 | कांग्रेस 188665 29.73 | पीएसपी 80378 12.66 | बीजेएस 68570 10.80 | बीजेएस 52236 8.23 | 634680 | 39.67 |
2019 में कैसा था वोटिंग समीकरण : 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुनील कुमार सोनी ने कांग्रेस के प्रमोद दुबे को हराया था. वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के रमेश बैस ने कांग्रेस के सत्यनारायण शर्मा को शिकस्त दी थी. रायपुर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल आठ सीटें आती हैं. इन सीटों में बलौदा बाजार, भाटापारा, धरसीवा, रायपुर शहर ग्रामीण, रायपुर शहर पश्चिम, रायपुर शहर उत्तर, रायपुर शहर दक्षिण, आरंग और अभनपुर शामिल हैं.
रायपुर लोकसभा में विधानसभा की तस्वीर | ||
बलौदाबाजार | टंकराम वर्मा | बीजेपी |
भाटापारा | इंद्र साव | कांग्रेस |
धरसींवा | अनुज शर्मा | बीजेपी |
रायपुर पश्चिम | राजेश मूणत | बीजेपी |
रायपुर उत्तर | पुरंदर मिश्रा | बीजेपी |
रायपुर ग्रामीण | मोतीलाल साहू | बीजेपी |
रायपुर दक्षिण | बृजमोहन अग्रवाल | बीजेपी |
अभनपुर | इंद्रकुमार साहू | बीजेपी |
आरंग | गुरु खुशवंत साहेब | बीजेपी |
आईए अब आपको बताते हैं रायपुर लोकसभा के रोचक तथ्य के बारे में इस बार रायपुर लोकसभा में 50 हजार से ज्यादा नए मतदाता पहली बार लोकसभा के लिए मतदान करेंगे.साथ ही साथ थर्ड जेंडर्स मतदाता की संख्या भी 305 है.
रायपुर लोकसभा के रोचक तथ्य | |
कुल मतदान केंद्र | 2383 |
शहरी मतदान केंद्र | 1231 |
ग्रामीण मतदान केंद्र | 1156 |
फर्स्ट टाइम वोटर | 50483 |
50 साल से अधिक मतदाता | 11420 |
दिव्यांग मतदाता | 17281 |
सर्विस वोटर्स | 640 |
थर्ड जेंडर मतदाता | 305 |
2019 में बीजेपी ने जीती बाजी : 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुनील कुमार सोनी ने कांग्रेस के प्रमोद दुबे को 3 लाख 48 हजार 238 वोटों से हराया था. सुनील कुमार सोनी को 8 लाख 37 हजार 902 वोट मिले थे. जबकि प्रमोद दुबे को 4 लाख 89 हजार 664 वोट मिले थे. 2019 में रायपुर लोकसभा सीट पर 68 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी.
2024 में कितने वोटर्स : रायपुर लोकसभा सीट पर करीब 23 लाख 63 हजार 691 वोटर्स हैं. इनमें से 11 लाख 81 हजार 135 पुरुष मतदाता हैं जबकि 11 लाख 82 हजार 251 महिला वोटर्स हैं. वहीं थर्ड जेंडर 305 मतदाता हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में 13 लाख 96 हजार 250 मतदाताओं ने मतदान किया था.
रायपुर लोकसभा में वोटर्स | |
पुरुष मतदाता | 1181135 |
महिला मतदाता | 1182251 |
थर्ड जेंडर | 305 |
कुल मतदाता | 2363691 |
रायपुर लोकसभा सीट के मुद्दे :रायपुर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां राष्ट्रीय के साथ स्थानीय मुद्दे हावी हैं. गांव और शहर की अपनी-अपनी मांग है. रायपुर में ज्यादातर इलाकों में चौड़ी सड़क, नाली, तालाब की साफ सफाई और सौंदर्यीकरण, भ्रष्टाचार मुक्ता प्रशासन, बेहतर लॉ एंड ऑर्डर जैसे मुद्दे छाए हुए हैं. बीजेपी जहां हर बार केंद्र की उपलब्धियां गिना रही है.वहीं कांग्रेस रायपुर की जनता को बताने की कोशिश कर रही है कि पिछले 10 साल में किस तरह से देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है.
रायपुर लोकसभा में बीजेपी का मुद्दा : रायपुर लोकसभा के लिए बीजेपी ने राममंदिर, धारा 370, तीन तलाक और महिलाओं की महतारी वंदन योजना का खूब प्रचार कर रही है.इसी के साथ बीजेपी ने हर मोर्चे पर ये बताने की कोशिश की है कि यदि अगली बार भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने तो बुजुर्गों को जिनकी उम्र 70 साल से ज्यादा हो चुकी है उन्हें 5 लाख तक का मुफ्त इलाज केंद्र सरकार देगी.इसी के साथ ही बेरोजगारी को दूर करने के लिए नई स्कीम के साथ उद्योग स्थापित किए जाएंगे. बीजेपी अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ कांग्रेस सरकार की खामी गिनाने से भी पीछे नहीं हट रही है.बीजेपी अपनी सभाओं में ये बताने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस ने पांच साल के शासन में छत्तीसगढ़ में सिर्फ भ्रष्टाचार किया है. युवाओं को सट्टा कारोबार में धकेला, अफसरों के साथ मिलकर कोयले की दलाली में हाथ काले किए.
कांग्रेस का मुद्दा न्याय पर आधारित : बीजेपी की तुलना में कांग्रेस ने 5 गारंटी के साथ 25 न्याय को पूरा करने का संकल्प लिया है.जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा 1 लाख रुपए हर साल गरीब महिलाओं को देने का है.इस योजना के सहारे कांग्रेस विधानसभा में हुए अपने नुकसान का भरपाई करना चाहती है.छत्तीसगढ़ में महिला वोटर्स की संख्या ज्यादा है .इसलिए कांग्रेस ने अपनी घोषणाओं में महिलाओं को टारगेट किया है.साथ ही साथ हर साल नौकरी देने, जातिगत आरक्षण के साथ अग्निवीर जैसी भर्ती को बंद करके फिर से सेना में फुल टाइम वैकेंसी की बात कांग्रेस ने कही है.