रायपुर: राजधानी रायपुर के शारदा चौक से तात्यापारा के बीच सड़क चौड़ीकरण का काम लंबे समय से वटका हुआ है. इस बीच सड़क चौड़ीकरण के लिए सारे औपचारिकताओं को पूरे किए जाने की बात सामने आ रही है. जिसके बाद रायपुर महापौर ने एक हफ्ते में शुरू नहीं करने पर राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है.
कई सालों चौड़ीकरण का काम है लंबित : रायपुर के शारदा चौक से तात्यापारा के बीच लगभग आधा किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण का काम लंबे समय से लंबित है. इस रोड का काम एक बार फिर भाजपा सरकार ने पूरा करने का दावा किया है. इसके लिए सारी औपचारिकताएं पूरे किए जाने की बात भी सामने आ रही है. इस बीच महापौर एजाज ढेबर ने रोड का काम जल्द शुरु नहीं होने पर आंदोलन की बात कही है.
"मैंने इस संबंध में रायपुर के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप से मुलाकात की है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द इस सड़क या काम शुरू हो जाएगा. यदि एक हफ्ते के भीतर इस सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू नहीं किया गया है, तो हम आंदोलन करेंगे." - एजाज ढेबर, महापौर, रायपुर नगर निगम
नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने किया पलटवार : महापौर के इस बयान पर रायपुर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने जोरदार हमला बोला है. मीनल चौबे ने कहा, "पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में क्या महापौर सो रहे थे, उस दौरान इस काम को पूरा क्यों नहीं किया गया.
"जब बरसात के दिनों में उन्हें जल भराव जैसी समस्याओं से निपटने की तैयारी करनी चाहिए, अन्य मूलभूत सुविधाओं पर काम करना चाहिए, तो वह इस सड़क को लेकर राजनीति कर रहे हैं." - मीनल चौबे, नेता प्रतिपक्ष, रायपुर नगर निगम
रायपुर का सबसे व्यस्ततम मार्ग : शारदा चौक से तत्यापारा के बीच का रोड रायपुर का सबसे व्यस्ततम मार्ग माना जाता है. व्यापारिक दृष्टि से भी यह काफी महत्वपूर्ण क्षेत्र है. यही वजह है कि यह सड़क चौड़ीकरण शासन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. राजधानी वासियों की आवाजाही के लिए भी यह रोड काफी अहम है. इसके चौड़ीकरण का प्रस्ताव काफी लंबे समय से लंबे लंबित है.
सड़क को लेकर फिर राजनीति गरमाई : सड़क चौड़ी करने के लिए लगातार पूर्ववर्ती और वर्तमान सरकार दावा करती रही है, लेकिन सड़क पर एक इंच का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है. अब सारे औपचारिकताओं को पूरे किए जाने की बात सामने आ रही है. यही वजह है कि अब जल्द इस सड़क के चौड़ीकरण किये जाने की संभावना है. हालांकि, इस सड़क को लेकर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है.