रायपुर : मानसून का मौसम गर्मी की तपिश से आपको राहत देता है. बारिश के मौसम में रिमझिम फुहार से चारों ओर हरियाली फैल जाती है. लेकिन बारिश का मौसम कई तरह की बीमारियों को भी लेकर आता है. बरसात की वजह से स्किन पर कई तरह के इफेक्ट पड़ते हैं, जिससे हमारी स्किन सेंसेटिव हो जाती है. ऐसे समय में सावधानी बरतनी भी बहुत जरूरी होती है.
बारिश में त्वचा का ध्यान रखना क्यों है जरूरी : मेकाहारा रायपुर के चर्म रोग विभागाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया, "बारिश के दिनों में सबसे ज्यादा दिक्कत गर्मी और उमस से रिलेटेड बीमारियों की बढ़ने की रहती है. बारिश के मौसम में दाद-खुजली की समस्या ज्यादा होती है, जिससे फंगल इन्फेक्शन भी कहा जाता है. बरसात के दिनों में कीड़े-मकोड़े और मच्छर का प्रकोप भी बढ़ जाता है. ये सभी कहीं न कहीं आपको स्किन से रिलेटेड कई तरह की बीमारियों की चपेट में ला सकते हैं."
"मौसम के चेंज होने से भी स्किन पर कई तरह के प्रभाव देखने को मिलते हैं. साथ ही बरसात में कीड़े-मच्छर भी बढ़ जाते हैं. इस वजह से स्किन रिलेटेड समस्या देखने को मिलती है. मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी भी बारिश में बढ़ जाती है. इसलिए बरसात में त्वचा को लेकर अलर्ट रहने की जरूरत है." - मृत्युंजय कुमार सिंह, एचओडी (चर्म रोग विभाग), मेकाहारा रायपुर
बारिश के मौसम में त्वचा का ऐसे रखें ध्यान : मौसम के चेंज होने से भी स्किन पर कई तरह के प्रभाव देखने को मिलते हैं. फंगल इन्फेक्शन या दाद-खुजली होने पर बारिश के दिनों में नमी, उमस और चिप चिपेपन से बचाव जरूरी है. ऐसे में शरीर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. इसके साथ ही सुखे और साफ कपड़े पहनें. कॉटन के ढीले-ढाले और नरम कपड़े पहनने चाहिए. अपने साबुन टॉवेल कपड़े बिल्कुल अलग रखें क्योंकि यह छुआछूत जैसी बीमारी है. बारिश के दिनों में जिनको मच्छर या कीड़ों से एलर्जी है. वह शाम के समय फुल शर्ट पहने, रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें. इस तरह की सावधानी से ही बारिश के दिनों में स्किन पर पड़ने वाले इफेक्ट से बचा जा सकता है.
नोट : इस खबर में स्किन केयर के संबंध में दी गई सभी जानकारी मेकाहारा अस्पताल के चर्म रोग विभाग के एचओडी द्वारा दी गई है. ईटीवी भारत इन सभी बातों की पुष्टि नहीं करता है.