ऋषिकेश/विकासनगर: ऋषिकेश बैराज चीला हरिद्वार मार्ग के बीच में बहने वाली बीन नदी उफान पर है. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और एसडीआरएफ ने वाहनों की आवाजाही फिलहाल रोक लगा दी है. पुलिस और एसडीआरएफ के जवान नदी के आसपास निगरानी भी कर रहे हैं. बीन नदी पर पुल नहीं होने का खामियाजा हर साल यमकेश्वर और डाडा मंडल के हजारों लोगों को भुगतना पड़ रहा है. नदी में पानी आने की वजह से पूरे यमकेश्वर और डाडा मंडल का संपर्क ऋषिकेश से कट गया है. पुलिस और एसडीआरएफ की टीम नदी के दोनों छोर पर तैनात कर दी गई हैं.
कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा तटबंध: बारिश के कारण ऋषिकेश में जनजीवन भी प्रभावित हुआ है. कई जगह संपत्ति को नुकसान भी पहुंचा है. जनपद टिहरी गढ़वाल के ढालवाला क्षेत्र में सिंचाई विभाग नरेन्द्रनगर की ओर से तैयार किए गए 12 करोड़ की लागत वाले तटबंध टूट गये हैं. यह तटबंध एक बरसात भी नहीं झेल पाया. आबादी की ओर इसका एक हिस्सा टूटकर गिर गया, जिससे गौशाला को क्षति पहुंची है. ढालवाल के स्थानीय लोगों का आरोप है कि चंद्रभागा नदी के किनारे बनाए गए तटबंध पर इस्तेमाल मेटीरियल को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं. जिस समय तटबंध का निर्माण सिंचाई विभाग के द्वारा किया जा रहा था उस समय भी गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, यही कारण है कि आज पहली बारिश में ही तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया है.
जौनसार बावर में कई सड़कें बंद: उधर, मानसूनी बारिश से उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. मौसम विभाग ने भी कई जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. बीती रात्रि को हुई बारिश से पहाड़ी से गिरे मलबे से जौनसार बावर की कई सडकें बंद हो गई हैं. ऐसे में ग्रामीण किसान अपनी नगदी फसलों हरा धनिया, टमाटर, बीन आदि समय से मंडियों तक पंहुचने मे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. लोनिवि सहिया के अधीन नराया लोरली, सहिया क्वानू, लोनिवि चकराता की बिरमऊ मोटर मार्ग, क्यारा-कोटिम्यूडा, माख्टी कंकनोई, सूई कचाणू और पीएमजीएसवाई के अंतर्गत उदपाल्टा, उपरोली, गडोल, सकरौल, दमोग, दसोऊ मोटर मार्ग बंद हुए हैं.
पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता रोहित श्रीवास्तव, लोनिवि विभाग चकराता के अधिशासी अभियंता ललित गोयल ने बताया कि मोटर मार्गों से मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन ने लगाई गई है. मोटर मार्ग को खोलने के प्रयास किया जा रहा है.